नई दिल्ली
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस एक बार फिर से अपने असली रंग में लौटने लगा है। रूस से लेकर जर्मनी तक में जिस तरह से कोरोना ने छलांग लगाई है, उससे एक फिर से महामारी की नई लहर की आशंका बढ़ गई है। रूस में जहां एक दिन में करीब चालीस हजार तो जर्मनी में रिकॉर्ड 37 हजार नए केस सामने आए हैं। वहीं मरने वालों की संख्या भी डराने वाली है। रूस में एक दिन में जहां 1200 लोगों ने जान गंवाई है, वहीं जर्मनी में 154 लोगों को कोरोना ने अपना शिकार बनाया है।
जर्मनी में कैसे हैं हालात
जर्मनी में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड नये मामले सामने आए। जर्मनी के रोग नियंत्रण केन्द्र रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 37,120 नये मामले सामने आए जबकि 154 मरीजों की मौत हुई। रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट ने कहा कि संक्रमण की इस लहर में कोविड रोधी टीके की खुराक नहीं लेने वालों को सर्वाधिक खतरा है। इससे पहले जर्मनी में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 33,949 नये मामले सामने आए थे। गौरतलब है कि यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जर्मनी में महामारी के कारण अब तक 96,346 लोगों की मौत हो चुकी है।
रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट ने गुरुवार को जारी अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में कहा कि टीका नहीं लगवाने वालों तथा टीके की केवल एक खुराक लेने वालों को संक्रमण से सर्वाधिक खतरा है। संपूर्ण रूप से टीकाकरण कराने वाले लोगों को मध्यम स्तर का खतरा है। जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री ने देश में कोविड-19 के खिलाफ लोगों को अधिक प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करने वाली बूस्टर खुराक वाले टीकाकरण अभियान को तेज करने की वकालत की है। इसके अलावा उन्होंने देश में जांच की संख्या बढ़ाने पर भी जोर दिया है। जर्मनी में अधिकारियों ने लोगों से जल्द से जल्द टीकाकरण कराने की अपील की है। ऐसे क्षेत्र, जहां टीकाकरण की दर कम है वहां संक्रमण का सर्वाधिक प्रकोप है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक जर्मनी की 8.3 करोड़ आबादी के पात्र लोगों में से दो तिहाई जनसंख्या कोविड टीकाकरण करवा चुकी है।