नई दिल्ली
कई अफ्रीकी और यूरोपिय देशों में कोरोना के नए वेरिएंट की दस्तक के बाद भारत में भी इसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। केंद्र ने सभी राज्य सरकारों को एक पत्र लिखकर ये कहा है कि अपने-अपने राज्य में नए वेरिएंट की रोकथाम और निगरानी में कोई कमी ना छोड़ी जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया है कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे गए खत में कहा गया है कि नए वेरिएंट को भारत में आने से रोकना है और इसके लिए गहन रोकथाम और कड़ी निगरानी की जरूरत है। इसके लिए वैक्सीनेशन को भी बढ़ाना है। पीएम मोदी ने भी एक दिन पहले अधिकारियों के साथ की गई मीटिंग में इन उपायों का जिक्र किया था।
केंद्र के निर्देश के बाद राज्य सरकारों ने एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। कर्नाटक सरकार ने एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर सुधाकर के ने बताया है कि दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग, बोत्सवाना और अन्य यूरोपीय देशों के यात्रियों पर खास नजर रखी जा रही है। आपको बता दें कि इन देशों में ही अभी तक कोरोना के नए वेरिएंट से संक्रमित मरीज मिले हैं। केरल और महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए भी खास निर्देश इसके अलावा कर्नाटक सरकार ने केरल और महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना की RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है। ये रिपोर्ट 72 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा केरल से पिछले 15 दिनों के अंदर जो भी छात्र कर्नाटक में आए हैं, उनका भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जाएगा।
ये है सरकार की नई गाइडलाइन
कर्नाटक सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में सभी सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सम्मेलनों, कॉन्फ्रेंस और शैक्षणिक कार्यक्रमों को 2 महीने के लिए स्थगित कर दिया है। – केरल, दक्षिण कन्नड़, कोडागु, चामराजनगर और मैसूर की सीमा से लगे जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को यह सुनिश्चित करना होगा कि पहले से स्थापित चेक पोस्ट एक्टिव हैं और प्रोटोकॉल के अनुसार केरल से आने वाले लोगों की 100 फीसदी स्क्रीनिंग हो रही है। – जो छात्र 12 नवंबर से 27 नवंबर के बीच केरल से कर्नाटक में मेडिकल और पैरामेडिकल कॉलेजों या फिर अन्य शिक्षण संस्थानों में पहुंचे हैं तो उनका भी आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा। इसके अलावा हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद 7वें दिन दोबारा आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा। – शिक्षा, व्यवसाय और अन्य कारणों से कर्नाटक जाने वाले छात्रों और अन्य लोगों को हर 14 दिनों में एक बार आरटी-पीसीआर परीक्षण से गुजरना होगा और दक्षिणी राज्य में प्रवेश के लिए एक नकारात्मक कोविड -19 परीक्षण रिपोर्ट रखना होगा। – सरकारी कार्यालय के कर्मचारियों, मॉल, सिनेमा हॉल, चिड़ियाघर, होटल समेत अन्य स्थानों पर काम करने वाले कर्मचारी पूरी तरह वैक्सीनेट होने चाहिए। आपको बता दें कि शनिवार को दक्षिण अफ्रीका से बेंगलुरु पहुंचे दो व्यक्तियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। हालांकि इनके अंदर डेल्टा वेरिएंट पाया गया था।