पटना
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की दसवीं और 12वीं की टर्म-1 परीक्षा ओएमआर पर आधारित रहेगा। जिस विषय में जितने प्रश्नों का उत्तर देना होगा, उसके सारे गोलों को भरना होगा। इसकी सूचना सभी स्कूलों को दी गयी है। बोर्ड की मानें तो विषयवार प्रश्नों की संख्या निर्धारित है। ऐसे में ओएमआर के सभी गोलों को भरना होगा। जिस प्रश्न का उत्तर छात्र को नहीं आता है, उसके गोले पर भी छात्र को प्रश्न की संख्या लिखनी होगी। अगर छात्र ऐसा नहीं करेंगे तो हो सकता है उनके ओएमआर को रद्द कर दिया जाय। ज्ञात हो कि ओएमआर की जांच जल्द से जल्द हो, इसके लिए स्कूलों में स्कैनर लगाए गए हैं। ऐसे में अगर किसी गोले को खाली छोड़ा जायेगा तो ओएमआर रिजेक्ट हो सकता है।
बोर्ड के अनुसार हर गोले को भरना अनिवार्य है। जिन स्कूलों में स्कैनर से ओएमआर की जांच की जायेगी, वहां पर स्कैनर खाली गोले रहने पर उसे रिजेक्ट कर देगा। वहीं, जिन स्कूलों में मैनुअली ओएमआर की जांच शिक्षकों द्वारा की जायेगी, उन्हें भी सारे खाली गोले की जांच करने का निर्देश दिया गया है। बोर्ड की मानें तो टर्म-1 परीक्षा में प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे। इसमें सारे प्रश्न के उत्तर ओएमआर पर भरना होगा। उत्तर के लिए चार विकल्प के अलावा दो बॉक्स रहेंगे।
पांच नंबर पर जो बाक्स रहेगा, उसमें छात्रों को उस प्रश्न की संख्या लिखनी है, जिसके गोले को छात्र ने गलत भर दिया हो। वहीं छठे नंबर के बाक्स में उस प्रश्न की संख्या भरी जानी है, जिनका उत्तर छात्र को नहीं आता है।