नई दिल्ली
तालिबान के सर्वोच्च नेता हैबतुल्लाह अखुंदजादा ने घुसपैठि्यों के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा है कि तालिबान की रैंकों में अज्ञात लोग शामिल हो सकते हैं और अफगानिस्तान सरकार के खिलाफ काम कर सकते हैं। अखुंदजादा ने कहा है कि अगर इसके बाद कुछ गलत होता है तो समूह के बुजुर्ग लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। बता दें अखुंदज़ादा 2016 से इस्लामी आंदोलन के आध्यात्मिक प्रमुख रहे हैं और अब एक लिखित सार्वजनिक बयान में उन्होंने तालिबान को यह चेतावनी दी है।
कई तालिबानियों ने ट्विटर अकाउंट पर उनके बयान को पोस्ट किया है। जिसमें लिखा है, "सभी समूहों के बड़े बुजुर्ग को अपनी रैंकों में देखना चाहिए कि क्या कोई अज्ञात संस्था सरकार की इच्छा के खिलाफ काम कर रही है, उसे जल्द से जल्द खत्म किया जाना चाहिए।" उन्होंने चेतावनी देते हुए लिखा है कि जो कुछ गलत होगा उसके लिए बुजुर्ग जिम्मेदार होंगे, जिसके परिणाम वे इस जिंदगी में और मरने के बाद भुगतेंगे।
15 अगस्त तालिबान ने अफगानिस्तान पर अपना कब्जा कर लिया था। अमेरिका ने अपनी सैन्य शक्ति वापस करने से पहले शांति समझौते पर अपनी शांति व्यक्त की थी। सत्ता संभालने के बाद से, तालिबान ने अपने पुराने शासन की याद दिलाते हुए कई फरमान जारी किए हैं, उस समय समूह ने उसके खिलाफ उठी हर आवाज को दबा दिया था।