भोपाल. निसर्ग तूफान के कारण मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है। ऐसे में खुले में पड़े गेहूं को लेकर प्रशासन की तैयारियों और किसानों की दुविधाओं को दूर करने को लेकर गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कई बाते कहीं। जब मीडिया ने गुरुवार सुबह उनसे बातचीत में प्रदेश के करीब 24 जिलों में खुले में पड़े 7.32 लाख मीट्रिक टन गेहूं पर संकट की बात कही तो उन्होंने इसे नकार दिया।
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपना तर्क देते हुए मीडिया को बताया खुले में पड़ा गेहूं सरकार ने किसानों से खरीद लिया है, जिसकी राशि किसानों के खातों में जा चुकी है लिहाजा यह किसानों की समस्या का विषय नहीं है। निसर्ग के कारण आई बारिश प्राकृतिक आपदा है और फिलहाल खुले में पड़े हुए गेहूं को गोदामों में रखने के लिए सरकार उचित व्यवस्था करेगी। साथ ही मंत्री ने कहा सरकार ने किसानों से 1 करोड़ मैट्रिक टन से ज्यादा गेहूं खरीदा है, इनमें से 96 % गेहूं गोदामों में पहुंच चुका है। अधिकांश जिलों में कोरोना के कारण गेहूं की खरीदी बंद की जा चुकी है। फिर भी किसानों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, बारिश से यदि गेहूं प्रभावित होता है तो भी यह समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा और दाम भी कम नहीं होंगे।
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान की खास बातें…
1 करोड़ मैट्रिक टन से ज्यादा गेहूं मध्य प्रदेश की सरकार अब तक खरीद चुकी है।
96% गेहूं हमने गोदामों में पहुंचा दिया है।
अधिकांश जिलों में गेहूं की खरीद बंद हो गयी है।