भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार, 27 नवम्बर को खंडवा जिले के पंधाना के बड़ोद अहीर ग्राम जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान जननायक टंट्या मामा की जन्मस्थली से “क्रांति सूर्य गौरव कलश” यात्रा का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने इस यात्रा में नागरिकों से भाग लेने और टंट्या मामा के चरणों में प्रणाम करने का आव्हान किया है।
मुख्यमंत्री चौहान आगामी 4 दिसंबर को इंदौर जिले के पातालपानी में जननायक टंट्या मामा की पुण्य-तिथि पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे।
अमर जननायक टंट्या मामा को अंग्रेजों ने वर्ष 1889 में गिरफ्तार कर लिया था और 18 अक्टूबर को उन्हें फाँसी की सजा सुनाई गई थी। उन्हें पहले इंदौर और फिर जबलपुर भेज दिया गया था। जबलपुर सेशन जज लिंडसे नील ने उन्हें फाँसी की सजा सुनाई थी। माना जाता है कि मृत्यु दंड के पश्चात इंदौर के निकट रातापानी रेलवे स्टेशन के पास उनके शव को फेंक दिया गया, जहाँ स्थानीय निवासियों ने उनके सम्मान और स्मृति में एक मंदिर का निर्माण कराया। जननायक टंट्या मामा का 4 दिसम्बर 1889 को अवसान हुआ।