पटना
सब ठीक रहा तो प्रदेश के किसानों को उत्तम गुणवत्ता के गन्ने की कीमत 350 रुपए क्विंटल की दर से मिल सकती है। अभी फिलहाल 315 रुपए प्रति क्विंटल की दर से किसानों को चीनी मिल भुगतान कर रहे हैं। इसी तरह सामान्य गन्ने की कीमत 340 रुपए प्रति क्विंटल तक हो सकती है। राज्य में पिछली बार यह कीमत 295 रुपए तय की गई थी। चीनी मिलों के गेट पर और बाहरी केंद्रों पर गन्ने खरीदने में भी भुगतान का अंतर होगा। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से हाल में बढ़ाई गई इन नई दरों की तर्ज पर ही बिहार सरकार भी गन्ना का मूल्य निर्धारित करने की तैयारी कर रही है।
बिहार सरकार के गन्ना उद्योग विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश सरकार से गन्ने की नई कीमत का पूरा ब्योरा मांगा गया है। गन्ना उद्योग विभाग की तैयारी पर अगर सहमति बनी तो लाखों किसानों को तोहफा मिल सकता है। किसानों की ओर से लगातार गन्ने का मूल्य बढ़ाने की मांग की जा रही है। राज्य सरकार को बिहार शुगर मिल एसोसिएशन के साथ भी बैठक कर सहमति बनानी होगी।
यह होगा फायदा
किसानों को गन्ने की उचित कीमत मिल सकेगी। इससे उनके जीवनस्तर में इजाफा होगा। उनकी क्रय शक्ति बढ़ने से राज्य की अर्थव्यवस्था को ताकत मिलेगी।इस साल फरवरी में 2020-21 के गन्ना पेराई सत्र के लिए राज्य सरकार ने गन्ने के मूल्य में प्रति क्विंटल पांच रुपए की वृद्धि की थी। इसके अलावा सरकार ने प्रति क्विंटल अतिरिक्त बोनस देने का भी फैसला लिया था। बिहार शुगर मिल एसोसिएशन की सहमति से यह फैसला लिया गया था। अब सरकार अगले सत्र के लिए गन्ने की कीमत बढ़ाने की तैयारी कर रही है।