नई दिल्ली
संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। ऐसे में राजनीतिक दल सत्र को लेकर अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सत्र की शुरुआत के दिन यानी 29 नवंबर को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। मल्लिकार्जुन खड़गे चाहते हैं कि जो जरूरी मुद्दे हैं, उन पर विपक्ष एकजुट होकर सरकार से सवाल करे, माना जा रहा है कि इसी को लेकर ये बैठक बुलाई गई है। वहीं कांग्रेस ने अपने लोकसभा सांसदों को व्हिप भी जारी किया है। तीन लाइन के इस व्हिप में कांग्रेस ने 29 नवंबर को सभी सदस्यों को सदन में बिना नागा उपस्थित रहने और पार्टी के रुख का समर्थन करने के लिए कहा है।
बैठक के बाद राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि 29 नवंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र को लेकर ये बैठक की गई। सत्र में कांग्रेस किसान, एमएसपी और लखीमपुर खीरी की घटना को उठाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दूसरी विपक्षी पार्टियों के साथ एकजुट होकर लोगों के मुद्दें सदन में उठाएंगे। विपक्षी दलों की ओर से किसानों से जुड़े मुद्दों के अलावा राफेल और पेगासस से जुड़े मुद्दों पर हालिया खुलासों को लेकर भी सरकार को घेरा जा सकता है। 23 दिसंबर तक चलेगा सत्र संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होगा और 23 दिसंबर तक चलेगा। दोनों सदनों- राज्यसभा और लोकसभा की बैठक कोविड दिशानिर्देशों के अनुसार एक साथ आयोजित की जाएगी। संसद के 29 नवंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा में किसी आगंतुक को अनुमति नहीं दी जाएगी. कोविड के स्थिति के मद्देनजर आगामी सत्र में दोनों सदनों में आगंतुक गैलरी बंद रहेगी।