बेंगलुरु
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर भारत द्वारा कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ चल रहे टीकाकरण अभियान में एक अरब से अधिक खुराक देने को लेकर उनकी टिप्पणी पर निशाना साधा है। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने शुक्रवार को सवाल किया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एक अरब से अधिक खुराक को मील का पत्थर क्यों मना रहे हैं, जबकि भारत की केवल 21 प्रतिशत आबादी को पूरी तरह से टीका लगाया गया है।
एक के बाद एक ट्वीट में सिद्धारमैया ने चेतावनी दी कि भारत अभी भी खतरे की स्थिति में है। कर्नाटक के पूर्व सीएम ने यह भी कहा, "केवल 29 करोड़ लोगों को दोनों खुराकें मिली हैं। 42 करोड़ लोगों को एक खुराक मिली है। 62 करोड़ लोग बिना किसी वैक्सीन के रह गए हैं।" केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 31 प्रतिशत आबादी को पूरी तरह से टीका लगाया गया था। पूरी दुनिया में लगाए गए सात अरब टीकों में से अकेले भारत ने एक अरब से अधिक लगाए गए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कई विकसित देशों में लोग कोविड-19 के खिलाफ टीका लगाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। जोशी ने आगे कहा, "हालांकि, यहां हमारे नेताओं और चिकित्सा बिरादरी ने लोगों में जागरूकता पैदा की, जिसके कारण लोग आ रहे हैं और टीका लगवा रहे हैं। स्वदेशी टीकों का निर्माण बड़ी उपलब्धि है। आपको बता दें कि 21 अक्टूबर को भारत ने एक अरब से अधिक टीकाकरण की रिकॉर्ड उपलब्धि हासिल की। यह आंकड़ा पार करने वाला चीन के बाद दूसरा देश है। मोदी सरकार को इस ऐतिहासिक उपलब्धि तक पहुंचने में नौ महीने लग गए।
भारत में अब तक कुल 1,013,028,411 वैक्सीन खुराकें दी गई हैं। इनमें से 712,413,356 लाभार्थियों को पहली खुराक मिली है और शेष 300,615,055 को दोनों खुराक मिली हैं। पिछले 24 घंटों में 60.8 लाख से अधिक खुराक दी गई।