वॉशिंगटन
धरती पर जीवन की रक्षा करने वाले हमारे सूरज में इस हफ्ते गुरुवार को तूफान भड़क उठा है और सूरज के अंदर इस तूफान ने सुनामी का रूप अख्तियार कर लिया है, जिसका असर आज हमारी पृथ्वी पर पड़ सकता है। वैज्ञानिकों को पता चला है कि, सूरज पर उठे भीषण तूफान की वजह से एक कई टन का विशाल भड़कता हुआ आग का गोला सूरज से बाहर निकल गया है और ये आग का गोला पृथ्वी की तरफ धकेल दिया गया है, जिसके आज रात तक पृथ्वी की कक्षा में आने की आशंका जताई जा रही है। पृथ्वी से टकराने की आशंका वैज्ञानिकों का कहना है कि, पृथ्वी का वायुमंडल हम मनुष्यों को इन सोलर तूफानों के कणों से बचाता है।
लेकिन वे पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के साथ इटरेक्ट कर सकते हैं और पृथ्वी की सतह पर मौजूद मजबूत विद्युत धाराओं को प्रेरित कर सकते हैं, जिसकी वजह से मानव निर्मित संरचनाओं जैसे उपग्रहों, पावर ग्रिड को प्रभावित कर सकते हैं और यहां तक कि हमारे इंटरनेट कनेक्शन को भी बाधित कर सकते हैं। यूएस स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर (एसडब्ल्यूपीसी) द्वारा किए गए विश्लेषण से पता चला है कि, कोरोनल मास इजेक्शन 973 किमी / सेकंड की गति से सूर्य से बाहर निकला और 30 अक्टूबर को पृथ्वी पर आने की भविष्यवाणी की गई थी, जिसका प्रभाव 31 अक्टूबर को भी जारी रहने की संभावना है।
हालांकि, SWPC की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस तूफान का हमारी तकनीक पर प्रभाव नाममात्र का होगा। भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान के प्रोफेसर दिब्येंदु नंदी ने समझाया कि, ''पूर्ण प्रभाव का आकलन करना मुश्किल है। हम औरोरा देखने की उम्मीद कर रहे हैं। आयनोस्फीयर में धाराओं के इंजेक्शन की उम्मीद की जाती है, जो बदले में पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में उतार-चढ़ाव को प्रेरित करेगा''। आपको बता दें कि, औरोरा एक तरह का बड़े सौर ऊर्जा की तरह प्रकाश पूंज होते हैं, जो आपने अकसर आसमान में देखा होगा। इसकी वजह से आपको काफी देर तक आसमान में अलग अलग प्रकाशपूंज दिखाई दे सकते हैं, और ये नजारा धरती से देखने पर दिवाली जैसा हो सकता है।