प्रयागराज
यूपी टीईटी पेपर लीक केस में संजय उपाध्याय के निलंबन और उन्हें गिरफ्तार किए जाने के बाद अनिल भूषण चतुर्वेदी को दोबारा परीक्षा नियामक प्रााधिकारी बनाया गया है। शुक्रवार को उन्होंने कामकाज संभाल लिया। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) लखनऊ में संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण के पद पर कार्यरत अनिल भूषण गुरुवार को वहां से कार्यमुक्त होकर प्रयागराज देरशाम पहुंचे। शुक्रवार को सुबह कार्यालय पहुंचकर पदभार ग्रहण किया। वहीं रजिस्ट्रार विभागीय परीक्षाएं के पद पर तैनात मनोज कुमार अहिरवार के दोपहर बाद कार्यभार ग्रहण करने की उम्मीद है। गौरतलब है कि 28 नवंबर को यूपी-टीईटी का पेपर लीक होने के कारण पहले निलंबित और बाद में गिरफ्तार पूर्व सचिव संजय कुमार उपाध्याय के स्थान पर अनिल भूषण चतुर्वेदी को भेजा गया है। अनुभवी अफसर अनिल भूषण पहले भी सितंबर 2018 से जून 2021 तक सचिव के पद पर रह चुके हैं और 69000 भर्ती के साथ ही 2018 व 2019 की टीईटी इन्होंने ही कराई थी।
इसी महीने दोबारा हो सकती है परीक्षा
पेपर लीक होने के बाद सीएम योगी ने एक महीने के अंदर दोबारा ये परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया था। माना जा रहा है इसी महीने दोबारा ये परीक्षा आयोजित की जा सकती है। गौरतलब है कि 28 नवम्बर को टीईटी 2021 परीक्षा रविवार को दो पालियों में होनी थी। प्रदेश भर में प्रथम पाली में दस से साढ़े बारह बजे तक 2554 केंद्रों पर प्राथमिक स्तर की परीक्षा का आयोजन किया जाना था और द्वितीय पाली में 2:30 से पांच बजे तक 1754 केंद्रों पर उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा का आयोजन होना था। उल्लेखनीय है कि टीईटी प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 13.52 लाख और टीईटी उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 8.93 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इससे पहले 2019 में आयोजित हुई यूपीटेट में 16 लाख और 2018 में आयोजित हुई इस परीक्षा में तकरीबन 11 लाख अभ्यर्थियों ने भा लिया था। टीईटी परीक्षा में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी भाग लेने जा रहे थे। इस मामले में एसटीफ ने प्रदेश भर में कई जगह छापेमारी की है। कई लोग हिरासत में लिए गए हैं।