Sunday, March 26

मध्यप्रदेश के सभी जिलों की गौशालाओं में की जाएगी बायोगैस संयंत्र की स्थापना

मध्यप्रदेश के सभी जिलों की गौशालाओं में की जाएगी बायोगैस संयंत्र की स्थापना


भोपाल
मध्यप्रदेश में गोबरधन योजना के अंतर्गत सभी जिलों में गौशालाओं में बायोगैस संयंत्रों की स्थापना की जाएगी। वहीं स्वच्छ भारत मिशन के तहत दो हजार से अधिक आबादी वाले गांवों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन शुरू किया जाएगा।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने सभी जिलों में गोबरधन योजना के तहत गौशालाओं में बायोगैस संयंत्र की स्थापना करने के लिए स्थान के चयन और डीपीआर निर्माण करने तथा डीपीआर निर्माण के लिए एमपी एग्रो, गौसंवर्धन बोर्ड अथवा जिला स्तर पर स्थानीय एजेंसी का चयन कर तकनीकी सहायता लेने के निदे्रश दिए है। सभी गौशालाओं में बायोगैस संयंत्र की स्थापना से बायो गैस, बिजली निर्माण हो सकेगा और गोबर की जैविक खाद भी तैयार की जा सकेगी। इससे खेतों के लिए उपजाऊ खाद मिल सकेगी। वहीं ग्रांमीण अंचलों में गौवंश के वेस्ट का बेहतर प्रबंधन हो सकेगा।

वहीं स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत दो हजार से अधिक आबादी वाले सभी गांवों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन शुरु किया जाएगा। इसके लिए वाहन खरीदे जाएंगे और प्लास्टिक अपशिष्ट के लिए भंडारण एवं कंपोस्ट पिट्स निर्माण कार्य में राशि खर्च की जाएगी। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत राशि की आवश्यकता होने पर राज्य कार्यालय को पत्र लिखकर अवगत काने को कहा गया है।

जिलों को दिए निर्देश
राज्य स्वच्छ भारत मिशन के  राज्य कार्यक्रम अधिकारी ने सभी जिलों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत दो हजार या उससे अधिक जनसंख्या वाले गांवों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के साथ सेग्रीगेशन शेड निर्माण कार्य, कचरा संग्रहण हेतु खरीदे गए वाहनों की संख्या और सभी घटकों मे ंवित्तीय प्रगति में भिन्नता की समीक्षा कर एकरुपता लाने को कहा है। दो हजार से अधिक आबादी वाले सभी चिन्हित गांवों में घर से कचरा कलेक्शन करने को कहा है। जिन जिलों में तरल अपशिष्ट प्रबंधन का संभाग स्तरीय प्रशिक्षण हो चुका है वे अपने गांवों की डीपीआर एवं कार्य योजना तैयार कर कार्य प्रारंभ कराने एवं कार्यों की भौतिक और वित्तीय प्रगति की प्रविष्टि एमआईएस में कराए ऐसे निर्देश भी दिए गए है।

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