भोपाल
प्रदेश में भाजपा किसान मोर्चा अब आने वाले चार माह के भीतर ऐसे लोगों को कार्यकर्ता बनाएगा जिन्हें गांव में रहने के साथ किसानी के कम से कम दो टिप्स आते हैं। मोर्चा इस बात पर फोकस करेगा कि डेयरी, हार्टिकल्चर, फूड प्रोसेसिंग और अन्य एक्टिविटीज से जुड़ा हो ताकि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन के दौरान उसकी जानकारी देने में पार्टी को आसानी हो।
मोर्चा ने यह रणनीति दो दिन पहले पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष द्वारा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के दौरान किसान मोर्चा पदाधिकारियों को संबोधित करने के बाद तय की है। संतोष ने इस बैठक में कहा था कि गांवों में रहने वाले लोगों से जुड़ना, उन्हें पार्टी के विचारों से और संगठन से जोड़ना बहुत महत्वपूर्ण काम है। संतोष ने किसान मोर्चा को चार टिप्स दिए और कहा था कि मोर्चा कार्यकर्ता कृषि से संबंधित कम से कम दो विषयों में दक्षता हासिल करें ताकि आवश्यकता पड़ने पर वे इन विषयों पर अपनी बात रख सकें । ये विषय डेयरी, हार्टीकल्चर, फूड प्रोसेसिंग या कोई और भी हो सकता है। संतोष ने ताकीद किया है कि मोर्चा हर गांव तक अपनी पहुंच बनाए और वहां इकाई स्थापित करे क्योंकि हर गांव की अपेक्षाएं अलग तरह की होती हैं। इससे मोर्चा कार्यकर्ता उनके हिसाब से निदान का प्रयास कर सकेंगे।
किसान मोर्चा यथाशीघ्र अपने संगठन का विस्तार हर गांव तक करेगा ताकि किसानों को जोड़कर उनकी सेवा की जा सके। इस आधार पर अब प्रदेश किसान मोर्चा 6 अप्रेल तक इसके लिए विशेष रूप से काम करेगा और हर गांव में तीन से चार किसानों को जोड़कर मोर्चा की छोटी इकाई का निर्माण करेगा। चूंकि 67 प्रतिशत आबादी कृषि से जुड़ी है। इसलिए भाजपा का मानना है कि सभी को एक साथ जोड़ पाना संभव नहीं है। इसलिए छोटी-छोटी इकाइयां बनाकर अधिकतम लोगों तक पहुंचने का काम मोर्चा द्वारा किया जाना है। इसमें भाजपा की जिला और मंडल इकाई का सहयोग मिलेगा।