कानपुर
प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता हत्याकांड में सीबीआई ने मंगलवार को एफआईआर दर्ज कर ली। मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की तहरीर पर गोरखपुर के रामगढ़ थाने के निलंबित इंस्पेक्टर, दो दरोगा और चार अज्ञात के खिलाफ सीबीआई लखनऊ शाखा ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। अभी तक जांच कानपुर कमिश्नरेट की एसआईटी कर रही थी जो अब बंद हो जाएगी। सभी साक्ष्य सीबीआई को सौंप दिए जाएंगे। गोरखपुर के होटल कृष्णा पैलेस में पुलिस की पिटाई से मनीष की मौत हुई थी। सीबीआई ने रामगढ़ थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर जगत नरायन सिंह, दरोगा अक्षय मिश्रा, विजय यादव और चार अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। सभी के नाम गोरखपुर में दर्ज एफआईआर में भी शामिल थे।
शासन ने गंभीरता से लिया
इस मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है। होटल में मनीष और दोस्तों की तलाशी लेने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया था। उनकी पत्नी मीनाक्षी को सीएम ने केडीए में ओएसडी की नौकरी संग 40 लाख का मुआवजा दिया था। पत्नी लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रही थी।
क्या था मामला
कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता 27 सितंबर की रात गोरखपुर के होटल में ठहरे थे। पत्नी का आरोप है कि रात में पुलिस तलाशी के नाम पर मनीष से बदसलूकी करने लगी। विरोध करने पर मनीष को बेरहमी से पीटा। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। गोरखपुर पुलिस ने पहले पिटाई से मौत को खारिज किया लेकिन जब मीनाक्षी अड़ गईं तो पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज हुआ।
मीनाक्षी ने जताया आभार
सीबीआई की ओर से हत्या की एफआईआर दर्ज करने के बाद मीनाक्षी ने अब न्याय मिलने की बात कही है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार भी जताया है।