Friday, February 14

अगले सत्र में ही अब शुरू हो पाएंगे सीएम राइज स्कूल

अगले सत्र में ही अब शुरू हो पाएंगे सीएम राइज स्कूल


 भोपाल
 राज्य सरकार के सबसे बेहतर और सर्व सुविधायुक्त सीएम राइज स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ने एवं केजी-नर्सरी कक्षाओं में दाखिले का सपना देख रहे विद्यार्थियों को अभी इंतजार करना पड़ेगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने 350 स्कूलों का चयन तो कर लिया है, पर बताई गई सुविधाओं के साथ पढ़ाई अगले सत्र से ही शुरू हो पाएगी। फिलहाल शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया चल रही है। विभाग का दावा है कि इसी माह शिक्षकों का चयन कर लिया जाएगा और इसके बाद चयनित स्कूलों में पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी, पर अन्य सुविधाओं के लिए तो इंतजार करना ही पड़ेगा। सरकार अक्टूबर 2021 से सीएम राइज स्कूल शुरू करने का दावा कर रही थी, पर शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में देरी के चलते ये स्कूल शुरू नहीं किए जा सके। हालांकि विभाग का कहना है कि स्कूल चालू हो गए हैं। विभाग चयनित स्कूलों में शैक्षणिक सत्र के साथ शुरू हुई पढ़ाई को ही सीएम राइज की पढ़ाई मानकर चल रहा है।

जबकि सीएम राइज की पढ़ाई का मतलब केजी-नर्सरी कक्षाएं, अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई, स्मार्ट क्लास और इन स्कूलों के लिए चयनित शिक्षकों द्वारा पढ़ाई कराने की सुविधा है। इनमें से अभी एक भी काम पूरा नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में नौ हजार दो सौ स्कूलों का चयन सीएम राइज स्कूल के रूप में हुआ है। इनमें से 350 स्कूलों को पहले चरण में सुविधा संपन्न् किया जा रहा है। सरकार प्रत्येक स्कूल पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च करेगी। जिनमें अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखकर सुविधाएं दी जाएंगी।

21 हजार शिक्षकों की परीक्षा 21 को : अब विभाग कह रहा है कि शिक्षकों का चयन इसी माह कर लिया जाएगा। करीब 21 हजार शिक्षकों ने इन स्कूलों में पढ़ाने की इच्छा जताई है। जिन्हें 21 नवंबर को परीक्षा देनी होगी। यदि वे पास होते हैं, तो अगले माह से उस स्कूल में पढ़ाना शुरू करेंगे, जिसके लिए उनका चयन हुआ है। तब चयनित स्कूलों के विद्यार्थियों को सीएम राइज स्कूल की पहली सुविधा मिलनी शुरू होगी।

वर्ष 2023 में मिलेंगी सभी सुविधाएं : मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले सीएम राइज स्कूलों में वर्ष 2023 से सभी सुविधाएं मिल पाएंगी। विभाग ने हाल ही में वास्तुविदों का सम्मेलन किया है। उनसे स्कूलों की डिजाइन मांगी गई है, जो दो से तीन माह में मिलेगी। इसके बाद चयनित स्कूलों में सर्वसुविधायुक्त भवन का निर्माण शुरू होगा। जिसे डेढ़ साल में पूरा करने का लक्ष्य है। इससे माना जा रहा है कि वर्ष 2023 में विद्यार्थी सर्व सुविधायुक्त भवनों में बैठकर पढ़ाई कर पाएंगे।

इन स्कूलों को मिले 30 फीसद शिक्षक : विभाग ने हाल ही में करीब 20 हजार शिक्षक नियुक्त किए हैं। इनमें से अधिकांश शिक्षकों को इन्हीं स्कूलों में पदस्थ किया गया है। इस तरह जरूरत के 30 फीसद शिक्षक इन स्कूलों में पहुंच गए हैं। प्राचार्य और उप प्राचार्य के लिए भी 10 नवंबर तक आवेदन मांगे हैं। उनका चयन भी अगले माह तक हो जाएगा। विभाग ने इन स्कूलों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर जारी कर दी है।

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