Friday, December 13

महाविद्यालयीन छात्रों ने सीखीं कृषि उपकरणों को बनाने की विधियां

महाविद्यालयीन छात्रों ने सीखीं कृषि उपकरणों को बनाने की विधियां


अशोकनगर
हाइड्रोलिक बैंडिंग मशीन, हाइड्रोलिक ड्रिल, मल्टीक्रॉप ग्रेन क्लीनर, सीड ग्रेडर, स्ट्रॉ एण्ड सीड ब्लोअर सहित विभिन्न कृषि उपकरण किस प्रकार बनाए जाते हैं इनके क्या लाभ हैं आदि के बारे मेंं सोमवार को शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्रों ने जाना। ये छात्र एमएससी तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थी थे जिन्हें प्राचार्य रेणु राजेश सहित स्टॉफ के लोग दसमेश इंजीनियरिंग वकर्स पवारगढ़ पर औद्योगिक भ्रमण हेतु लेकर पहुंचे थे। यह भ्रमण आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ एवं विश्व बैंक परियोजना उच्च शिक्षा विभाग की गुणवत्ता उन्नयन स्कीम के अंतर्गत किया गया था।

इस दौरान छात्रों ने स्प्रे पंप, हाइड्रोलिक ड्रिल, हाइड्रोलिक बैंडिंग मशीन, मल्टीक्रॉप ग्रेन क्लीनर, सीड ग्रेडर, स्ट्रॉ एंड सीड ब्लोअर, स्लेशेर्स, ड्रिल्स, टिलर्स, मल्चर्स आदि मशीनों को देखा और उपकरणों की जानकारी, मशीनरी का आधुनिक खेती में उपयोग एवं उसके लाभ, मशीनो के बनाने की प्रक्रिया आदि के विषय में विस्तार से समझा। मशीनों की जानकारी विद्यार्थियों को दशमेश इंजीनियरिंग वक्र्स के प्रोपराइटर रणजीत सिंह संधू, उनके पुत्र एवं सहयोगी स्टाफ  द्वारा दी गई। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रेनू राजेश ने बताया कि इस प्रकार के विजिट का उद्देश्य विद्यार्थियों को फील्ड पर प्रैक्टिकल जानकारी देना है जिससे वे किताबी ज्ञान से इतर भी चीजों को समझ सकें। सभी विद्यार्थियों के लिए ये एक रोचक एवं नया अनुभव रहा। विजिट में 29 विद्यार्थियों के सहित वनस्पति विज्ञान विभाग के अन्य सदस्य श्रीमती प्राची जैन, कु प्रीती विमल, भोलाराम एवं चरण सिंह उपस्थित रहे।

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