भोपाल
पर्यावरण, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने आज बड़वानी जिले में बोबलवाड़ी फाटे से क्रांतिसूर्य जन-नायक टंट्या भील गौरव यात्रा के प्रवेश पर जन-समुदाय के साथ भव्य स्वागत किया। जन-प्रतिनिधियों, अधिकारियों और लोगों ने जन-नायक के शहादत स्थलों से समाहित कलश पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किये।
श्री डंग ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय जन-नायकों का योगदान किसी से कम नहीं है। आवश्यकता सिर्फ लोगों को सही इतिहास से अवगत कराने की है। राज्य शासन ने जन-नायकों के गौरवशाली इतिहास और शहादत को जन-जन तक पहुँचाने के लिये क्रांतिसूर्य टंट्या भील गौरव यात्रा आयोजित की है। डंग ने कहा कि यात्रा का समापन 4 दिसम्बर को जन-नायक टंट्या मामा भील की पुण्य-तिथि पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में छिन्दवाड़ा जिले के पातालपानी में होगा।
पूर्व मंत्री अंतर सिंह आर्य ने कहा कि जनजातीय जन-नायकों की शहादत किसी से कम नहीं है, परंतु सही तरीके से लिपिबद्ध कर जन-सामान्य के सामने लाये जाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस नेक काम का शुभारंभ किया है।
टंट्या मामा के वंशजों का सम्मान
मंत्री डंग ने क्रांतिसूर्य जन-नायक टंट्या भील गौरव यात्रा के साथ कलश वाहन में चल रहे टंट्या भील के वंशजों का शॉल एवं श्रीफल देकर सम्मान किया और पैर छूकर आशीर्वाद लिया। उपस्थित लोगों ने भी जयघोष के साथ वंशजों का मान बढ़ाया।
सम्पूर्ण मार्ग में हुई पुष्प-वर्षा
खरगोन जिले के सेगाँव से बड़वानी जिले के बोबलवाड़ी में प्रवेश के बाद गौरव यात्रा गोलवाड़ी, नांगलवाड़ी खुर्द होते हुए नांगलवाड़ी पहुँची। इस दौरान सम्पूर्ण मार्ग में ग्रामीणों ने किनारे खड़े होकर कलश पर लगातार पुष्प-वर्षा की। नांगलवाड़ी खुर्द से नांगलवाड़ी तक पहुँचने के दौरान महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली और जन-समूह ढोल-मांदल की थाप पर परम्परागत नृत्य के साथ सभा-स्थल तक पहुँचा। इसके बाद यात्रा पुष्प-वर्षा के बीच पीपरखेड़ा, जामपाटी, मेहतगाँव, मड़गाँव फाटा सेंधवा, चाटली, निवाली पहुँची।
बुधवार को यात्रा पहुँचेगी इन स्थानों पर
गौरव यात्रा बुधवार एक दिसम्बर को सुबह 8 बजे निवाली से रवाना होकर वझर, बोराली होते हुए पलसूद पहुँचेगी। पलसूद में सभा के पश्चात चिखल्या, सिलावद और धाबाबावड़ी पहुँचेगी। यात्रा धाबाबावड़ी में शहीद भीमा नायक स्मारक पर पुष्प अर्पण के बाद बड़वानी के शहीद भीमा नायक शासकीय महाविद्यालय के मैदान पर आयोजित समारोह में पहुँचेगी। बड़वानी नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरने के बाद गौरव यात्रा कुक्षी के लिये प्रस्थान करेगी।