डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसकी चपेट में आने के बाद मरीज को जिंदगी के लिए संघर्ष करना पड़ता है. चूंकि डायबिटीज हृदय रोग, स्ट्रोक, किडनी डिसीज और अंधेपन जैसी बीमारियों को बढ़ावा दे सकती है, इसलिए इसमें ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखना बहुत जरूरी होता है. जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन का निर्माण करना बंद कर देता है या इसका प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता है तो लोग डायबिटीज का शिकार होते हैं.
डॉक्टर्स कहते हैं कि अगर किसी इंसान को बहुत ज्यादा पेशाब, थकावट, प्यास, कई बार भूख लगना, धुंधला दिखाई देना या देरी से जख्म भरने जैसे लक्षण दिखते हैं तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. अगर आप डायबिटीज से ग्रस्त पाए जाते हैं तो डॉक्टर आपको दवाओं के अलावा खाने की नैचुरल चीजों से भी ब्लड शुगर कंट्रोल रखने का सुझाव दे सकते हैं. आइए इसी कड़ी में आज आपको 7 ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं जो डायबिटीज मरीजों की ब्लड शुगर कंट्रोल रखने में कारगर हैं.
नीम- नीम एक पुरानी जड़ी-बूटी है जिस पर लोग सदियों से भरोसा करते आ रहे हैं. स्किन प्योरीफिकेशन से लेकर डेंटल और डिटॉक्सीफिकेशन के लिए नीम बड़ी फायदेमंद है. नीम में ग्लाइकोसाइड्स और ट्राइटरपेनॉइड जैसे तत्व पाए जाते हैं जो खून में ग्लोकोज की मात्रा को कंट्रोल रख सकते हैं. आप दिन में दो बार चूर्ण के रूप में इसका सेवन कर सकते हैं. आप चाय, पानी या खाने के साथ भी इसके चमत्कारी गुणों का लाभ उठा सकते हैं.
करेला- जब मां आपकी ओवरऑल हेल्थ का ख्याल रखते हुए रोजाना करेले का जूस पीने को कहती हैं तो वो बिल्कुल सही करती हैं. यह एक परफेक्ट एंटी-डायबिटीज वेजिटेबल है. इसमें मौजूद कैराटीन और मोमोरडिसिन डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकता है. इसका रोजाना सुबह नियमित रूप से सेवन करना चाहिए. आप इसमें आंवला या अपनी पसंद की कोई दूसरी सब्जी और हल्की सी काली मिर्च या नमक भी शामिल कर सकते हैं.
अदरक- अदरक के गुणकारी तत्वों की वजह से यह हर घर के किचन में पाई जाती है. यह इंसुलिन सेक्रेशन को रेगुलेट करने में बहुत प्रभावशाली मानी जाती है. आप चाय में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं या दूध में अदरक-हल्दी मिलकर भी पी सकते हैं. ध्यान रखें कि यह पूरी तरह पकने की बजाए थोड़ी कच्ची ही रहनी चाहिए. आप चाहें तो इसके चूर्ण का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
जामुन- डायबिटीज मरीजों के लिए जामुन किसी चमत्कारी फल से कम नहीं है. इसमें मौजूद जैम्बोलिन नाम का तत्व शुगर कंट्रोल करने में सहायक है. जामुन के बीजों में जैम्बोलिन सबसे ज्यादा होता है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकता है. जामुन इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाकर डायबिटीज को बढ़ने से रोकता है. जामुन शरीर में अनियमित ढंग से बढ़ते ग्लूकोज को भी कंट्रोल करता है.
मेथी के बीज- मेथी के बीज शरीर में ग्लूकोज लेवल को सुधारने में मददगार होती है. इसमें पानी में घुलनशील फाइबर पाया जाता है और ये कार्बोहाइड्रेट को अवशोषित और डायजेशन सिस्टम को स्लो कर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने का काम करते हैं.
दालचीनी- दालचीनी किचन के सबसे चमत्कारी मसालों में से एक है, जो इंसुलिन एक्टिविटी को ट्रिगर कर उसे बेहतर बनाने का काम करती है. इसका मतलब हुआ है कि बॉडी इंसुलिन का प्रभावी ढंग से इस्तेमल करने में समक्ष हो पाती है. एक्सपर्ट दिन में दो बार 250 मिलीग्राम दालचीनी लेने की सलाह देते हैं. आप खाने से पहले इसका सेवन कर सकते हैं.
जिनसेंग- जिनसेंग जड़ में पैदा होने वाला एक पौधा है. मुख्य रूप से नॉर्थ अमेरिका में पाए जाने वाला यह पौधा इंसुलिन के सेक्रेशन को दुरुस्त करता है. जामुन या मेथी के बीज की तरह यह इंसुलिन के ज्यादा सेक्रेशन और उससे संबंधित कोशिकाओं की प्रतिक्रिया में सुधार लाता है. आप रोजाना दिन में 3 ग्राम जिनसेंग का सेवन कर सकते हैं. अगर कोई इंसान एस्पिरिन जैसे ब्लड थिनर का इस्तेमाल कर रहा है तो उन्हें इसका लाभ नहीं होगा.