वाशिंगटन
कोरोना वायरस के दौर में गर्भवती महिलाओं के लिए राहत की खबर है। एक नए शोध में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस गर्भवती महिलाओं के बच्चे के दिमाग को नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। रिसर्च के मुताबिक, गर्भवती महिलाओं में कोरोना वायरस के हल्के से मध्यम लक्षण हो तो इसके बाद भी यह संक्रमण भ्रूण के मस्तिष्क पर कोई प्रभाव नहीं डाल सकता है। यह रिसर्च रेडियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका (आरएसएनए) की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत किया गया। जर्मनी में यूनिवर्सिटी ऑफ म्यूनिख में रेडियोलॉजी विभाग में एमडी सोफिया स्टॉकलीन ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं था कि संक्रमण का बच्चे के मस्तिष्क के विकास पर कोई प्रभाव पड़ता है। स्टॉकलीन ने आगाह किया कि अध्ययन में केवल हल्के से मध्यम लक्षणों वाली और बिना अस्पताल में भर्ती होने वाली माताओं को शामिल किया गया था।
भारत में रविवार को कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के 17 और मामले सामने आए जिनमें नौ मामले राजस्थान की राजधानी जयपुर में, सात महाराष्ट्र के पुणे जिले में और एक मामला दिल्ली का है। इसके साथ ही देश में ओमिक्रॉन के मामलों की कुल संख्या 21 हो गई है। जो लोग संक्रमित पाए गए हैं उनमें से अधिकतर हाल में अफ्रीकी देशों से आए हैं या इस तरह के लोगों के संपर्क में थे। इसके साथ ही चार राज्यों और राष्ट्रीय राजधानी में ज्यादा संक्रामक वैरिएंट के मामले सामने आए हैं।जयपुर में जो नौ लोग संक्रमित पाए गए हैं उनमें एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल हैं जो हाल में दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं। राजस्थान के चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया ने बताया, 'संक्रमित लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग से नौ लोगों के कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।'