रायपुर । नारायणी साहित्यिक संस्थान एवं मदर्स प्राइड स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में स्कूल के सभागार में शनिवार को छात्रों में वैज्ञानिक सोच का विकास विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंडित रविशंकर विश्व विद्यालय के केमिस्ट्री विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. मनमोहन सतनामी इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि भीतर प्रश्न पूछने की जिज्ञासा होने चाहिए एवं इसी से आविष्कार के लिए आवश्यक क्या, कैसे और क्यों के जवाब खोजने में उन्हें आसानी होगी। उन्होंने कहा कि डॉक्टर,इन्जीनियरिंग के अतिरिक्त अन्य भी अनेक क्षेत्र है, जहां बच्चे बेहतर भविष्य बना सकते हैं। उन्होंने नकारात्मक विचारों को दूर कर वैज्ञानिक स्वभाव को विकसित करने का आह्वान भी किया। उन्होने कहा कि सवाल पूछने की जिज्ञासा ही वैज्ञानिक सोच का पहला कदम है।
नारायणी साहित्यिक संस्थान की अध्यक्ष डॉ मृणालिका ओझा ने अपने संदेश में कहा कि हर छात्र के भीतर हर क्षेत्र में उच्च स्थान पाने की योग्यता है। उसे अपना रास्ता चुनकर उस पर आगे बढऩा है। मदर्स प्राइड स्कूल की डायरेक्टर श्रीमती उमा तिवारी ने उपस्थित छात्रों को इस अवसर का लाभ उठाते हुए अपनी झिझक दूर करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि यही भाव बच्चों के विकास में एक बड़ी बाधा है।
इस अवसर पर कक्षा दसवीं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली दो छात्राएं अनुष्का शर्मा एवं कर्निका साहू को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन राजेन्द्र ओझा एवं धन्यवाद ज्ञापन स्कूल के प्रिन्सिपल डॉ ए के त्रिपाठी द्वारा किया गया। इस गरिमामय कार्यक्रम में स्कूल के शिक्षक आर के वर्मा जी, घनश्याम गौतम वर्षा साहू अक्षरा नागलकर सागर मिश्रासहित अनेक छात्र, छात्राएं उपस्थित थे।