जालंधर
पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर वसूली जाने वाली एक्साइज ड्यूटी और वैट में कटौती कर केंद्र और राज्य सरकारों ने अपनी पीठ थपथपा ली है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में औंधे मुंह गिरी कच्चे तेल की कीमतों का लाभ उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच पा रहा है। 72 डॉलर प्रति बैरल तक क्रूड ऑयल की कीमत गिरी है। दिवाली के बाद अब तक देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, लेकिन सच यह भी है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में हो रही कटौती का कोई लाभ देश के उपभोक्ताओं को नहीं दिया जा रहा है। हालांकि तेल कंपनियां यह दावा करती हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों के मुताबिक ही देशभर में पेट्रोल-डीजल के रेट तय किए जाते हैं। पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन, पंजाब पीपीडीएपी के प्रवक्ता मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर वसूली जाने वाली एक्साइज ड्यूटी और वैट में कमी प्रशंसनीय है, लेकिन तेल कंपनियां अभी भी मुनाफाखोरी से बाज नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि तेल कंपनियों को क्रूड ऑयल की कम हुई कीमतों का लाभ देश के उपभोक्ताओं को दिया देना चाहिए था, लेकिन वह नहीं दिया गया है। तेल कंपनियां चांदी कूट रही है और सरकार चुपचाप देख रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा कीमतों के मुताबिक अभी भी तेल कंपनियां पेट्रोल की कीमत में 10 रुपए प्रति लीटर तक की कटौती कर सकती हैं।