Tuesday, February 11

देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक अंडरवर्ल्ड से संबंधों को लेकर दस्तावेज भी पेश किए

देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक अंडरवर्ल्ड से संबंधों को लेकर दस्तावेज भी पेश किए


मुंबई
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर महाराष्ट्र के मौजूदा कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ अंडरवर्ल्ड के लोगों से संबंध रखने का आरोप लगाया। इस बाबत उन्होंने कई सबूत भी मीडिया के सामने रखे। फडणवीस ने कहा कि नवाब मलिक ने 1993 बम धमाकों के दो आरोपियों से कुर्ला इलाके में तकरीबन तीन एकड़ जमीन को खरीदा था। फडणवीस ने बताया कि कहा यह जमीन कौड़ियों के दाम पर नवाब मलिक द्वारा खरीदी गई थी।

टाडा के आरोपियों की जमीन
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उस समय इन दोनों आरोपियों पर टाडा के तहत मुकदमा चल रहा था। टाडा के आरोपियों के जमीन को सरकार अपने कब्जे में लेती है, ऐसा कानून उस समय था। लिहाजा सवाल यह भी उठता है कि क्या नवाब मलिक ने इस जमीन को सरकारी कब्जे में जाने से बचाने के लिए खरीदा था?

अंडरवर्ल्ड और नवाब मलिक
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नवाब मलिक और अंडरवर्ल्ड का कनेक्शन काफी पुराना है और इसके दो किरदार हैं। उन्होंने कहा कि इसमें से पहला किरदार है सरदार शाह वली खान जो 1993 बम धमाकों का आरोपी है। वो फिलहाल उम्रकैद की सजा काट रहा है। सरदार पर यह आरोप था कि उसने टाइगर मेमन के कहने पर बीएमसी की इमारत और अन्य जगहों पर बम रखने के लिए रेकी की थी। इसके अलावा अल हुसैनी बिल्डिंग में जहां टाइगर मेमन रहता था। वहां कार में भी विस्फोटक भरने का काम इसी सरदार नाम के व्यक्ति ने किया था।

कहानी का दूसरा का किरदार है 'मोहम्मद सलीम पटेल' सलीम पटेल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का आदमी है। वह दाऊद की बहन हसीना पारकर का बॉडीगार्ड और ड्राइवर भी था। फडणवीस ने कहा कि जब हसीना को गिरफ्तार किया गया था। तब पटेल को भी मुंबई पुलिस ने पकड़ा था। इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक हसीना के नाम पर मुंबई में संपत्ति जमा होती थी और यह सब सलीम पटेल के नाम पर लिस्ट होती थी। यानी पावर ऑफ अटॉर्नी सलीम पटेल के नाम होती थी।

नवाब मलिक पर आरोप
फडणवीस से पूछा कि क्या नवाब मलिक को यह नहीं पता था कि सलीम पटेल कौन है? आखिर उन्होंने मुंबई में बम धमाकों को अंजाम देने वाले आरोपियों से जमीन क्यों खरीदी? उस दौरान सलीम पटेल और सरदार पर टाडा लगा हुआ था। इस कानून के तहत गिरफ्तार लोगों की संपत्तियों को सरकार अपने कब्जे में लेती थी। ऐसे में सवाल यह भी है कि क्या नवाब मलिक ने इन आरोपियों की संपत्ति को जब्त होने से बचाने के लिए यह जमीन खरीदी थी। नवाब मलिक की इस कारगुजारी से उनका सीधा संबंध अंडरवर्ल्ड से स्थापित होता है।

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