बुरहानपुर
फर्जी अंकसूची और आदेश के जरिए शिक्षा विभाग में नौकरी हासिल करने वाले 87 शिक्षकों को प्रशासन ने भर्ती घोटाला उजागर होने के बाद बर्खास्त कर दिया था। इन शिक्षकों से अब शिक्षा विभाग सालों तक लिए गए वेतन की वसूली भी करेगा। शिक्षा विभाग करीब नौ माह से वेतन की गणना करा रहा था। यह काम पूरा कर लिया गया है। जिला शिक्षा विभाग के अफसरों के अनुसार विभागीय गणना के मुताबिक इन शिक्षकों से 8 करोड़ 77 लाख 72 हजार 733 रुपये वसूल किए जाने हैं।
इनमें से अधिकांश शिक्षकों ने 11 से 15 लाख रुपये तक वेतन लिया था। फर्जी दस्तावेजों से नौकरी हासिल करने वालों की सूची में 117 लोगों के नाम शामिल हैं, लेकिन इनमें से 29 लोगों ने पदभार ग्रहण नहीं किया था, जबकि एक की मृत्यु हो चुकी है। इसलिए तीस लोगों के नाम वसूली सूची से हटा दिए गए हैं।
ज्ञात हो कि बर्खास्त किए गए 59 लोगों के खिलाफ पुलिस में एफआइआर भी दर्ज कराई गई है। शेष लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई सहित पुलिस जांच जारी है। विभाग ने मई में बर्खास्त शिक्षकों को नोटिस जारी कर वेतन की राशि जमा कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन अधिकांश लोगों ने राशि जमा नहीं कराई है। लिहाजा अब रकम वसूली का काम राजस्व विभाग को सौंपने का निर्णय लिया गया है। रकम जमा नहीं करने पर राजस्व विभाग संबंधित लोगों की संपत्तियां कुर्क कर राशि की वसूली करेगा।