भोपाल
राजधानी सहित पूरे प्रदेश में सोमवार सुबह से 35 हजार बिजली कर्मियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। इनमें कंपनी के अधिकारी, इंजीनियर, कर्मचारी और संविदा कर्मी शामिल है। ये किसी स्थान पर एकत्रित नहीं हुए हैं, बल्कि दफ्तरों में काम करने नहीं पहुंचे हैं। कर्मचारियों ने तय किया है कि वे घरों में रहकर ही हड़ताल कर रहे हैं। इस हड़ताल से प्रदेश में बिजली सप्लाई की व्यवस्था प्रभावित होने की बात कही जा रही है। यूनाइटेड फोरम समेत अन्य संगठनों का दावा है कि हड़ताल जारी रही, तो दोपहर बाद भोपाल समेत कई शहरों में आपूर्ति व्यवस्था बिगड़नी तय है। यदि ऐसा हुआ, तो दीपावली पर्व के दौरान व्यापारी व उपभोक्ताओं को परेशानियां होंगी। हड़ताल की वजह दीपावली पूर्व महंगाई भत्ता, वेतन वृद्धि के एरियर की राशि का लाभ नहीं देना और पूर्व से लंबित मांगों का निराकरण नहीं करना बताया गया है।
यूनाइटेड फोरम के संयोजक वीकेएस परिहार ने बताया कि सोमवार सुबह से भोपाल सहित पूरे प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल शुरू हो गई है। इसके अलावा दूसरे कर्मचारी संगठनों ने भी कहा है कि वे हड़ताल पर हैं। ऐसे में जब तक मांगे नहीं मानी जाएगी, तब तक सभी हड़ताल पर ही रहेंगे। कोई भी अधिकारी, अभियंता, संविदा कर्मचारी और नियमित कर्मचारी काम पर नहीं जाएंगे। घरों में रहकर ही हड़ताल करेंगे।
मंत्री के हस्तक्षेप के बाद मिला था आउटसोर्स कर्मचारियों को पैसा, दोबारा फिर काटा
बताया जा रहा है कि कंपनी के मध्य क्षेत्र में शामिल करीब 16 जिलों में तैनात सैकड़ों आउटसोर्स कर्मचारियों के सितंबर महीने में दोबारा फिर से तनख्वाह में एक हजार रुपए काट लिए गए हैं। जबकि, अगस्त में भी ऐसा होने पर ऊर्जा मंत्री के हस्तक्षेप के बाद आउटसोर्स कर्मचारियों को एक हजार रुपए वापस किए गए थे। बार-बार पैसा काटने को लेकर भी आउटसोर्स कर्मचारियों में आक्रोश है।