नई दिल्ली
नीट काउंसलिंग में हो रही देरी के खिलाफ अब रेजिडेंट डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा बंद करने का ऐलान किया है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपने तेवर कड़े करते हुए शनिवार को जानकारी दी कि छह दिसंबर यानी सोमवार से वे देशभर के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी सेवाओं का बहिष्कार करेंगे। इससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) की ओर से मिली जानकारी के अनुसार छह दिसंबर को देशभर के अधिकतर बड़े अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा बंद रहेगी। फोरडा ने इस बाबत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर भी मांग की है कि नीट की काउंसलिंग जल्द कराई जाए नहीं तो इमरजेंसी सेवा का बहिस्कार करेंगे।
फोरडा का कहना है कि राष्ट्रीय और राज्य आरडीए के साथ मिलकर यह फैसला लिया गया है। फोरडा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉक्टर कुल सौरभ कौशिक ने कहा कि हम सभी पक्षकारों और प्रशासनिक प्राधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं कि नए चिकित्सकों की भर्ती की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो। राष्ट्रीय राजधानी में केंद्र सरकार के तीन अस्पतालों के रेजीडेंट डॉक्टरों ने काउंसलिंग में देरी के खिलाफ प्रदर्शन के तौर पर 27 नवंबर से ओपीडी सेवाएं बंद कर रखी हैं।