भोपाल
मध्यप्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि गोंड जनजाति समाज के विकास और मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उन्हें आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से मजबूत बनाना होगा। सिंह ने विधायक विश्राम गृह के सभाकक्ष में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की मध्य प्रदेश के प्रांतीय इकाई की बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में संभाग, जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर सदस्यता अभियान चलाया जाए। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित जनजाति विकास के 46 जनजातियों को सदस्यता दिलाई और कहा कि मध्यप्रदेश के समस्त जिलों में पदाधिकारियों का गठन कर संगठन का विस्तार करें।
सिंह ने जनजाति भाई-बहनों के लिए "राशन आपके द्वार" योजना और जंगल में निवासरत जनजाति वर्ग के लोगों को राजस्व पट्टा दिए जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जनजाति समाज के सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम और कार्यालय हेतु न्यू मार्केट के पास जीटीबी कॉम्पलेक्स में भूमि आरक्षित है, जिस पर भवन निर्माण कराए जाने का प्रस्ताव शीघ्र ही तैयार कराया जाएगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आदिवासी परिषद के लीगल सेल का गठन किये जाने का सुझाव दिया। कुलस्ते ने बिसाहूलाल सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर विचार किये जाने की बात कही।
राज्यसभा सदस्य श्रीमति संपतिया उइके ने कहा कि समाज के पदाधिकारियों द्वारा सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर उनके माध्यम से शासकीय योजनाओं की जानकारी समाज के लोगों को देने और समाज के विकास संबंधी जागरूकता के संदेश को प्रचारित किये जाने की आवश्यकता है।
विकास परिषद की बैठक में विधायक श्रीमती नंदनी मरावी, विधायक अमर सिंह, जिला शाखा भोपाल के अध्यक्ष देव सिंह मरकाम सहित कार्यकर्ता और सदस्य उपस्थित रहे।