पटना
राजधानी पटना में धर्म परिवर्तन कराकर निकाह करने और बाद में युवती को छोड़ देने का मामला प्रकाश में आया है। युवती प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए फुलवारीशरीफ थाने के चक्कर लगा रही है। थाने को दिये आवेदन में युवती का कहना है कि पढ़ाई के दौरान युवक से मुलाकात हुई थी। दोस्ती प्यार में बदल गयी। साल 2015 में लड़के ने धर्म परिवर्तन कराकर निकाह किया। निकाह के बाद दोनों साथ रहने लगे। उसी साल दोनों ने नोटरी पर शादी कर ली। युवती ने बताया कि जब-जब ससुराल ले जाने की बात कहती, पति टाल देता। काफी जिद करने के बाद पति जब ससुराल लेकर गया तो ससुराल वालों का व्यवहार बदल गया। ससुराल में एक दिन ननद ने मेरे ऊपर गर्म पानी उड़ेल दिया। मैं जोर-जोर से चिल्लाने लगी और पति से बचाने की गुहार लगाई। बचाने के बजाए पति ने घर का दरवाजा अन्दर से बंद कर दिया। पति ने कहा कि अगर वह पत्नी का दावा नहीं छोड़ेगी तो हत्या कर देंगे।
शादी के साक्ष्य मिटाए
पति के दबाव में उसने जान बचाने के लिए लिखा कि वह कभी पत्नी होने का दावा नहीं करेगी। इसके बाद ननद ने मेरे पर्स से प्रमाण के रूप में शादी का फोटो, वीडियो, नोटरी पब्लिक के शादी और निबंधक के यहां शादी के कागजात और मेरा मोबाइल छीन लिया। पंद्रह-बीस सादा व लिखित पन्नों पर हस्ताक्षर ले लिया। इसके बाद रिक्शा बुलाकर मुझे फुलवारी बाज़ार के पास लाकर छोड़ दिया। 22 नवम्बर को पता चला कि उसके पति ने दूसरी लड़की से निकाह कर लिया है।