भोपाल
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने प्रदेश के कालेजों को प्रवेश देने के लिए करीब एक माह तक की तारीख बढ़ा दी है। अब तकनीकी शिक्षा विभाग ने सत्र 2020-21 का रिवाइज्ड कैलेंडर जारी कर दिया है। इसके अनुसार 30 नवंबर तक पहले वर्ष में प्रवेश दिए जा सकते हैं। अब प्रदेश 155 इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश करीब 28 दिन तक और चलेगी, क्योंकि एआईसीटीई ने अपने प्रवेश के कार्यक्रम में बढ़ोतरी कर दी है। एक माह तक का समय मिलने से प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश की स्थिति में सुधार होगा। हालांकि एमबीए, फार्मेसी और पालीटेक्निक में बेहतर प्रवेश हो चुके हैं। एआईसीटीई ने यह निर्णय आइआइटी और एनआइटी की काउंसलिंग 15 नवंबर तक होने के कारण लिया है, क्योंकि आइआइटी और एनआइटी में प्रवेश लेने के लिय विद्यार्थी प्रदेश के कालेजों में हुए प्रवेश को निरस्त कराएंगे।
इससे उनकी सीटें रिक्त रह जाएंगी। उनकी रिक्त सीटों पर पुन: प्रवेश कराने के लिए एआईसीटीई ने तकनीकी शिक्षा विभाग को 30 नवंबर तक काउंसलिंग कर सभी तकनीकी और मैनेजमेंट कोर्स में प्रवेश कराने का समय दिया है। तकनीकी शिक्षा विभाग (डीटीई) ने 155 इंजीनियरिंग कालेजों की अब तक की काउसंलिंग में 33 हजार 800 से ज्यादा प्रवेश हो चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा साढे 11 हजार प्रवेश कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग(सीएसई) में हुए हैं। वहीं प्रथम राउंड में दूसरे स्थान पर रहने वाली आईटी ब्रांच पांचवें नंबर पर पहुंच गई है, जबकि मैकेनिकल दूसरे नंबर पर पहुंच गई है। प्रदेश के सभी कालेजों में सीएसई की 13 हजार 325 सीटें मौजूद हैं, जिसमें से करीब साढे 11 हजार सीटों पर प्रवेश हो चुके हैं। अभी तक काउंसलिंग में सबसे ज्यादा प्रवेश कालेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) में हुए हैं। वहीं मैकेनिकल ब्रांच में तीन हजार 620 प्रवेश हुए हैं। अभी भी करीब साढे 21 हजार सीटें रिक्त हैं।