इंदौर
प्रदेश के 1301 यूजी कॉलेजों में प्रवेश लेने के उच्च शिक्षा विभाग का महाविद्यालय स्तर पर सीएलसी राउंड चल रहा है। उच्च शिक्षा विभाग की आॅनलाइन व कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) में यूजी और पीजी में पांच लाख 75 हजार प्रवेश हुए हैं। इस बार वर्ष 2020 के मुकाबले 25 हजार अधिक दाखिले हुए हैं। यूजी प्रवेश में इंदौर 47 हजार 700 प्रवेश देकर अव्वल नंबर पर बना हुआ है। जबकि भोपाल में 28 हजार 868 प्रवेश होने पर दूसरे नंबर पर पहुंच गया हे। इंदौर में यूजी के 105 और भोपाल में 76 कॉलेज हैं। जबकि जबलपुर में 21693, ग्वालियर 24000 रीवा, सतना और सागर में 25-25 हजार विद्यार्थियों ने अब तक एडमिशन लिए हैं।
एजुकेशन हब बनता जा रहा इंदौर
इंदौर भोपाल की जगह तेजी से एजुकेशन का हब बनता जा रहा है। इंजीनियरिंग से लेकर व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए इंदौर के अच्छे काॅलेजों में एडमिशन के लिए प्रदेश के ज्यादातर युवा इंदौर में पढ़ाई करने की लिए जा रहे हैं। इसका उदाहरण जारी एडमिशन प्रक्रिया में भी दिखाई दे रहा है।
सीएलसी राउंड यूजी में 37 और पीजी में 16 हजार से ज्यादा एडमिशन
बुधवार तक यूजी में 37 हजार 244 और पीजी में 16 हजार 791 विद्यार्थियों ने आॅनलाइन शुल्क जमा कर सीटों को लाॅक कर दिया है। जो छात्र अभी तक पंजीयन पक्रिया में शामिल नहीं हो पाए हैंए वे 10 तारीख तक पोर्टल के माध्यम से पंजीयन करा सकते हैं। सीएलसी अतिरिक्त चरण के अंतर्गत आॅनलाइन पंजीकृत एवं सत्यापित आवदेक महाविद्यालय में जाकर रिक्त सीटों के लिए सुबह 10 से 12 बजे तक आवेदन संलग्न कर सकते हैं। बता दें कि एक अक्टूबर से रोजाना महाविद्यालय स्तर पर नवीन और पुराने पंजीयन वाले विद्यार्थियों के आवेदन जमा करने के बाद दोपहर एक बजे तक मेरिट सूची जारी की जा रही है।
बीएड में 3271 सत्यापन
एनसीईटी के पाठ्यक्रमों में एडमिशन के अतिरिक्त चरण में अब तक कुल 3271 आवेदनों को सत्यापन हुए हैं। इनमें भी बीएड में 3271 आवेदकों के आवेदनों का सत्यापन हो चुका है। पिछले तीन चरणों में सत्यापन से चुके आवेदकों का अतिरिक्त चरण में 9 तारीख तक ही सत्यापन होगा। इसके बाद अतिरिक्त चरण की सीटों का आवंटन 19 अक्टूबर को किया जाएगा। सीट आवंटन के बाद प्रवेश के लिए आॅनलाइन फीस 25 अक्टूबर तक जमा की जाएगी।
यूजी में छात्र तो पीजी में छात्राएं टाॅप पर
एडमिशन के मामले में अभी तक छात्राएं टाॅप पर रही हैं। यूजी में 20 हजार 225 छात्र जबकि 17 हजार 19 छात्राओं ने फीस जमा कर सीटें लाॅक की है। जबकि पीजी में 10 हजार 66 छात्राओं ने जबकि 6 हजार 725 छात्रों ने आॅनलाइन फीस जमा कर सीटों को लाॅक कर दिया है।