रायपुर। भारतीय जनता पार्टी धान खरीदी पर बनावटी चिंता के बजाय केन्द्र सरकार द्वारा धान खरीदी में लगाई जा रही अडंगेबाजी को दूर करवाने का प्रयास करें। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार राज्य के किसानों का धान समर्थन मूल्य में खरीदने को प्रतिबद्ध है इसके लिये मंत्रीमंडलीय उपसमिति की बैठक हो चुकी है। इस वर्ष धान खरीदी का लक्ष्य 105 लाख मिट्रिक टन रखा गया है। धान खरीदी के लिये आवश्यक तैयारियां की जा रही है। धान खरीद केन्द्रों की व्यवस्था चाक चौबंद की जा चुकी है, आवश्यक बारदानों का आर्डर दिया जा चुका है। सहकारी समतियों जिला सहकारी बैंको की बैठक कर आवश्यक निर्देश दिया जा चुका है। शीघ्र ही धान खरीदी की तिथि भी घोषित कर दी जायेगी।
मरकाम ने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार में धानखरीदी में रोज नए नियम-शर्त जोड़ती है, वही भाजपा छत्तीसगढ़ में किसान हितैषी बनने का ढोंग करने लगती है। इस वर्ष केंद्र सरकार ने सेंट्रल पूल में छत्तीसगढ़ का उसना चावल नहीं लेने का फरमान जारी किया है इस आदेश के कारण छत्तीसगढ़ का 40 प्रतिशत धान केन्द्र अप्रत्यक्ष तौर पर खरीदने से मना कर रही है। राज्य के 1800 राइस मिलों में से 600 राइस मिल उसना चावल के हैं, उसना चावल नहीं लेने के फैसले से किसानों के साथ ही इन 600 राइस मिलों में काम करने वाले हजारों लोग भी बेरोजगार हो जाएंगे। भारतीय जनता पार्टी का राज्य का कोई भी नेता उसना नहीं लेने के केन्द्र के फैसले के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला जब राज्य के हितों के खिलाफ केन्द्र निर्णय लेता है तब रमन, धरम, बृजमोहन, साय की बोलती बंद हो जाती है। छत्तीसगढ़ के किसानों का वोट पाकर संसद पहुँचे 9 सांसद, केवल किसानों और काँग्रेस के लिए अवरोध उत्पन्न करने के तरीके बताने दिल्ली जाते हैं। इन 9 सांसदों ने आजतक किसानहित में कोई भी सवाल या सुझाव केन्द्र से नहीं किया। धान खरीदी में बाधा खड़ा करने और बाधाओं से उत्पन्न समस्याओं पर सवाल करने के अलावा किसानों के लिए कोई काम भाजपा ने आज तक नहीं किया।