जशपुर
छत्तीसगढ़ के जशपुर कोर्ट की लॉकअप में सेंधमारी कर फरार हुए नक्सली अनुराग उर्फ ढलढल उर्फ कुंदन को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया नक्सली एक डेयरी फार्म में नाम बदल कर काम कर रहा था। इससे पहले करीब 7 महीने तक वह झारखंड के नक्सली संगठन PLFI (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) का भी सदस्य रहा। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे पकड़ा है। फिर प्रोडक्शन वारंट पर जशपुर लाया गया है।
पुलिस ने बताया कि लोदाम के ढोठाढोली निवासी अनुराग साल 2011-12 में PLFI से जुड़ गया और करीब 7 महीने तक काम करता रहा। इसके बाद नक्सलियों से ही उसे जान का डर सताने लगा। इस पर अनुराग वहां से राइफल और कुछ गोलियां लेकर भाग निकला। उसे तलाश करते हुए नक्सली पहुंचे तो वह जंगल की ओर भाग गया। बंदूक अपने परिचित करमटोली निवासी बिरसा के पास छोड़ दी। कुछ दिन बाद पुलिस ने बिरसा को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी अनुराग अपने तीन साथियों के साथ झारखंड के ग्राम केमेटे जाकर इंदिरा आवास बनाने वाले ठेकेदार से वसूली कर रहा था। इसी दौरान उसे गांव वालों ने घेर कर पकड़ लिया और रायडीह पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद अनुराम गुमला जेल में 14 महीने रहा। उसके बाद जशपुर जेल ट्रांसफर किया गया। यहां तीन महीने तक जेल में था, फिर कोर्ट में पेशी के दौरान जेल में भवन निर्माण कार्य से दो साथी लोहे की रॉड छिपाकर लाए। इसके बाद कोर्ट की लॉकअप में सेंध लगाकर अनुराग अपने 3 साथियों के साथ फरार हो गया।
अनुराग कुछ दिन जालंधर में रहा फिर दिल्ली आकर एक डेयरी में नाम बदलकर पत्नी और 3 बच्चों के साथ रह रहा था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम को जानकारी मिली तो उन्होंने अनुराग को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद जशपुर सूचना भेजी गई। यहां से गई टीम उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर लौटी और जेल भेजा।
आरोपी अनुराग ने नक्सली संगठन में शामिल होने से पहले मजदूरी नहीं देने पर एक व्यक्ति को गोली मार दी थी। वहीं बिरसा के साथ मिलकर जामटोली स्थित टावर में आग लगाई थी।