Saturday, December 2

मगध विश्‍वविद्यालय के कुलपति नए विवाद में घिरे, परीक्षा नियंत्रक ने लगाया धमकाने का आरोप

मगध विश्‍वविद्यालय के कुलपति नए विवाद में घिरे, परीक्षा नियंत्रक ने लगाया धमकाने का आरोप


पटना
भ्रष्टाचार के आरोपों में विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की जांच का सामना कर रहे मगध विश्वविद्यालय (एमयू) के प्रभारी वीसी प्रो. राजेन्द्र प्रसाद नए विवाद में घिर गए हैं। उनपर केस को प्रभावित करने के लिए विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को उनके हक में काम करने की धमकी देने का आरोप लगा है। एमयू के परीक्षा नियंत्रक ने कुलपति द्वारा फोन कर कागजात की मांग करने और नहीं देने पर धमकी देने का सनसनीखेज खुलासा किया है। इस संबंध में उन्होंने राजभवन और मुख्यमंत्री सचिवालय के साथ एसवीयू के एसपी को पत्र लिखकर शिकायत की है। माना जा रहा गवाहों को धमकाने और केस को प्रभावित करने के इन आरोपों के बाद एसवीयू उनपर कानूनी कार्रवाई कर सकती है, ताकि वे जांच को प्रभावित न कर पाएं।

मगध विवि के परीक्षा नियंत्रक ने आरोप लगाया है कि पूर्व में प्रभारी कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद ने वित्त संबंधी फाइलों को कुलपति कार्यालय में जमा करने का आदेश दिया था, जबकि सभी फाइल उनके घर पर रहती थी। तलाशी के दौरान एसवीयू ने इन फाइलों को आवास से ही बरामद किया था। परीक्षा नियंत्रक का आरोप है कि एक नवम्बर को वह परीक्षा के दौरान बेलागंज के महाबोधि कॉलेज और चाकंद के सीएस जनता कॉलेज का निरीक्षण करने गए थे। उसी दिन परीक्षा शाखा से लगभग 1.75 करोड़ रुपये का भुगतान फंड को इधर से उधर करते पुस्ताकालय के ई बुक की खरीदारी में किया गया। इसकी उन्हें सूचना तक नहीं दी गई। परीक्षा नियंत्रक का आरोप है कि पूर्व में किए गए भुगतान के मुझसे कागजात मांगे जा रहे हैं। बैंक की विवरणी भी देने को कहा जा रहा है। कुलपति द्वारा कार्रवाई करने की धमकी भी दी जा रही है। इन परिस्थितियों में मेरी मानसिक शांति भंग हो रही है। 17 नवम्बर को एसवीयू ने करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार के आरोपों में प्रो. राजेन्द्र प्रसाद के तीन ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान करीब एक करोड़ रुपये नगद के अलावा जमीन-जायदाद के कई कागजात हाथ लगे थे। छापेमारी के बाद कुलपति स्वास्थ्य कारणों से अवकाश पर हैं।

दो दिनों में तीन अलग-अलग नबरों से किया कॉल
परीक्षा नियंत्रण ने आरोप लगाया है कि वीसी प्रो. राजेन्द्र प्रसाद ने 4 दिसम्बर को सुबह 9.22 बजे 7250225119 नम्बर से उन्हें वाट्सएप कॉल किया। उन्होंने कॉलबैक कर उनसे बात की। पुन: मोबाइल नंबर 7985772177 से कुलपति ने कॉल किया। फिर 5 को मोबाइल नंबर 8429259854 से दोपहर 12.27 बजे फोन किया गया।

 

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