बिलासपुर। रेलवे में फिल्मांकन को आसान बनाने के लिए राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) में स्थापित फिल्म सुविधा कार्यालय (एफएफओ) और रेल मंत्रालय ने रेलवे के परिसरों में फिल्मांकन की अनुमति लेने को सुव्यवस्थित और प्रभावकारी बनाने हेतु एकीकृत एकल खिड़की फिल्मांकन व्यवस्थास सुनिश्चित की है। रेलवे सदैव ही भारत के सिनेमा संबंधी उत्कृिष्टर अनुभव का अहम हिस्सा रही है। कई फिल्मों में भारतीय रेलवे को सेल्युलाइड पर बड़ी खूबसूरती से दशार्या गया है। भारत में फिल्मांकन को आसान बनाने के साथ-साथ दुनिया भर के फिल्म निमार्ताओं के लिए भारत को एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में पेश करने के लिए ही एफएफओ की स्थापना की गई है। इसका वेब पोर्टल भारत भर में फिल्मांकन के लिए एकल खिड़की सुविधा एवं मंजूरी व्येवस्थाा के साथ-साथ भारत में फिल्मांकन के लिए सूचनाओं का एकल-स्थुल डिजिटल संग्रह भी है।
अब विदेशी और भारतीय फिल्म निमार्ता एफएफओ वेब पोर्टल (एफएफओ डॉट जीओवी डॉट इन) को एकल खिड़की सुविधा के रूप में सुनिश्चित कर देने के बाद फिल्म निमार्ता यहां तक कि एक से अधिक जोनल रेलवे के अधिकार क्षेत्र में आने वाले विभिन्न रेलवे स्थलों पर फिल्मांकन के लिए भी केंद्रीकृत तरीके से आॅनलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं। आवेदन जमा कर देने के बाद जोनल रेलवे में संबंधित अधिकारियों को सूचित किया जाएगा और वे एफएफओ के पोर्टल पर आवेदन प्राप्त कर सकते हैं एवं अनुमोदन की उचित प्रक्रिया के बाद दी गई अनुमति को अपलोड कर सकते हैं। यह पोर्टल आवेदक के साथ-साथ अनुमति देने वाले प्राधिकारी को भी शूटिंग की अनुमति संबंधी अनुरोध के पारदर्शी और समय पर निष्पादन के लिए आवेदन से जुड़ा कोई भी प्रश्न करने और उसके निराकरण के लिए एक प्ले टफॉर्म प्रदान करता है।
एकीकरण का उद्देश्य विभिन्न स्थानों में फिल्मांकन के लिए अनुमति प्राप्त करने के लिए उन खिड़कियों की संख्या को कम करना है जहां फिल्म निमार्ताओं को जाना पड़ता है। इतना ही नहीं, यह पोर्टल आवेदक के साथ-साथ अनुमति देने वाले प्राधिकारी को भी आवेदन से जुड़ा कोई भी प्रश्न करने और उसके निराकरण के लिए एक प्लेदटफॉर्म प्रदान करता है। इस पारदर्शी व्य़वस्थाए से शूटिंग की अनुमति संबंधी अनुरोध का समयबद्ध निष्पादन संभव हो पाता है।
भारतीय रेलवे का भारतीय सिनेमा के साथ लंबा जुड़ाव रहा है और इसने भारतीय सिनेमा को विभिन्न फिल्मों, गीतों एवं वृत्तचित्रों की शूटिंग के लिए सदैव आवश्यैक सहयोग दिया है। भारतीय सिनेमा ने भी रेलवे को उचित और सौंदर्यपूर्ण तरीके से पेश करके अपनी ओर से अहम भूमिका निभाई है। यह नई व्यतवस्थाल सभी भौगोलिक क्षेत्रों में फिल्म निमार्ताओं के काम आएगी। हम विभिन्न रेलवे परिसरों में फिल्मांकन के लिए आॅनलाइन आवेदन करने के लिए फिल्म निमार्ताओं का स्वागत करते हैं और आशा करते हैं कि रेलवे को आगे भी पटकथाओं और कथाओं में एक जीवंत किरदार के रूप में ही दशार्या जाएगा।