नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को देश के उन जिलों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिनमें कम कोविड-19 टीकाकरण हुए हैं। इस बैठक में वैसे तमाम जिले शामिल हुए, जहां कोरोना टीके के पहले डोज की कवरेज 50 फीसदी से कम और दूसरे डोज की इससे भी कम है। इस मौके पर पीएम मोदी ने 'हर घर दस्तक' अभियान के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि अब हम घर-घर में जाएंगे और सभी को टीका लगाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी तक आप सभी ने लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचाने और वहां सुरक्षित टीकाकरण के लिए प्रबंध किए। अब हर घर टीका, घर-घर टीका, इस जज्बे के साथ आपको हर घर पहुंचना है।
झारखंड, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और मेघालय सहित अन्य राज्यों के 40 से ज्यादा जिले ऐसे हैं, जहां 50 फीसदी से कम पहली डोज लगी है और दूसरी डोज की रफ्तार भी धीमी है। इस समीक्षा बैठक के दौरान इन राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीनेशन की कम गति वाले जिलों के जिलाधिकारियों से कहा कि अपने जिलों में एक-एक गांव, एक-एक कस्बे के लिए अगर अलग-अलग रणनीति बनानी हो तो वो भी बनाइए। उन्होंने इसके लिए जिलों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भी सुझाव दिया।
अपने जिलों में एक-एक गांव, एक-एक कस्बे के लिए अगर अलग-अलग रणनीति बनानी हो तो वह भी बनाएं। आप क्षेत्र के हिसाब से 20-25 लोगों की टीम बनाकर भी ऐसा कर सकते हैं। जो टीमें आपने बनाई हों, उनमें एक हेल्थी कंपटीशन हो, इसका भी प्रयास हम कर सकते हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी https://t.co/rHD66S2uiD pic.twitter.com/mIlHpDKoZY
कहां लगी है कम डोज?
अब तक देश में 78 प्रतिशत आबादी (73.63 करोड़ लोग) को कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगा दी गई है, जबकि 35 फीसदी (33.66 करोड़) को दूसरी डोज दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, देश में सबसे कम पहली डोज लगाने वाले जिलों में सबसे ऊपर नागालैंड का किफिरे जिला है, जहां सिर्फ 17 फीसदी लोगों को ही कोरोना वैक्सीन लगाई गई है। महाराष्ट्र के 6 जिले हैं जहां कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगाने का आंकड़ा 50 फीसदी से कम है। वहीं ऐसी सूची में झारखंड के 9 जिले और मणिपुर के 8 जिले शामिल हैं। 50 फीसदी से कम पहली डोज वाले 48 जिलों में से 27 नॉर्थ ईस्ट से हैं। मणिपुर और नगालैंड के 8-8 जिलों में स्थिति चिंताजनक है।