नई दिल्ली
भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को लेकर हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है, जहां वे कथित तौर पर कोविड-19 वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते हैं। बीसीसीआई इस समय घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन करवा रही है और बोर्ड ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए कोविड-19 वैक्सीन को लगवाना सभी खिलाड़ियों के लिए जरूरी कर रखा है। रिपोर्ट के मुताबिक, मुरली बायो बबल में भी एंट्री नहीं लेना चाहते हैं और इसलिए वे तमिलनाडु की टीम और टूर्नामेंट से दूर हैं, साथ ही उन्होंने क्रिकेट से दूरी भी बना ली है। मुरली अगर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन भी करते हैं तो भी उनके टीम में सिलेक्शन की गारंटी नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि 37 साल के इस क्रिकेटर ने पिछले दो साल से अधिक समय से कोई घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेला है। मुरली पिछले दो आईपीएल सीजन में भी हिस्सा नहीं ले सके थे और उन्होंने घरेलू टीम तमिलनाडु के लिए अपना आखिरी मैच 2019 में कर्नाटक के खिलाफ खेला था। यही वजह है कि सिलेक्टर्स ने अपनी मीटिंग में उनके बारे में चर्चा तक नहीं की।
ऐसा रहा है इंटरनेशनल करियर
बता दें कि मुरली ने भारत के लिए 61 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उन्होंने 38.3 की औसत से 3982 रन बनाए हैं। इसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल रहे हैं। टेस्ट के अलावा उन्हें वनडे क्रिकेट में भी खेलने का मौका मिला है, जहां उन्होंने 17 मैचों में 339 रन बनाए हैं। उन्होंने नेशनल टीम के लिए 2018 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आखिरी टेस्ट खेला था। यहां भारत ने विराट कोहली की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं के घर में टेस्ट सीरीज में पहली बार हराकर परचम लहराया था।