भोपाल
जिलों में पदस्थ अधिकारी कोषालय संहिता के नियम और निर्देशों का पालन नहीं कर रहे है जिसके चलते वित्तीय अनियमितताओं और गबन पर लगाम नहीं लग पा रही है। इसको लेकर आयुक्त लोक शिक्षण ने सभी संयुक्त संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की है।
आयुक्त अभय वर्मा ने विभागीय लेखा निरीक्षण गाईड लाइन का पालन करने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए है। उन्होंने कहा है कि कोषालय संहिता के नियमों में आहरण एवं संवितरण अधिकारियों की जवाबदारी तय की गई है। उसी जवाबदारी के तहत सहायक नियमों में दिए गए निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए। आंतरिक लेखा परीक्षण के दौरान पाया गया है कि कोषालय संहिता के सहायक नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते वित्तीय अनियमितता और गबन जैसी स्थितियां निर्मित हो रही है। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में इंटरनल कंट्रोल सिस्टम इन स्कूल एज्यूकेशन डिपार्टमेंट में आंतरिक लेखा अंकेक्षण कार्य को सुदृढ़ करने के विस्तृत निर्देश दिए थे। इन निर्देशों का भी पालन नहीं हो रहा है।
लोक शिक्षण संचालनालय विभागीय आंतरिक लेखा परीक्षण दल को आहरण एवं संवितरण अधिकारियों के द्वारा आंतरिक लेखा परीक्षण दल को आहरण एवं संवितरण अधिकारियों द्वारा आंतरिक लेखा परीक्षण कार्य के समय अभिलेख, प्रमाणपत्र, ई भुगतान, रोकड़बही उपलब्ध नहीं करा पाने के कारण आहरण एवं संवितरण अधिकारियों के कार्यालयों में गबन जैसी स्थितियों का परीक्षण नहीं हो पाता है और शिकायत व जांच महालेखाकार द्वारा लेखा परीक्षण कार्य के समय गबन की स्थितियां पता लगती है। एवं वित्त के जानकार न रहने वाले शासकीय सेवकों को शामिल कर आंतरिक लेखा परीक्षण कार्य का कोरम पूरा किया जाता है, जिससे वित्तीय गलतियों का पता नहीं लग पाता है और गबन जैसी स्थितियां निर्मित होती रहती है।
इसलिए निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए और विभागीय आंतरिक लेखा परीक्षण कार्य में कनिष्ठ लेखा अधिकारी व वरिष्ठ लेखा परीक्षकों को अनिवार्य रुप से शामिल किया जाए तथा लोक शिक्षण संचालनालय के दल को सभी जरुरी दस्तावेज उपलब्ध कराए जाए तथा दोहरे भुगतान जैसी उत्पन्न होंने वाले गबन की परिस्थतियों को प्रत्येक आहरण एवं संवितरण अधिकारी परीक्षण करे यदि उनके कार्यालय में ऐसी परिस्थतियां उत्पन्न हुई हो तो शीघ्र आयुक्त लोक शिक्षण कार्यालय को सूचित किया जाए।