रायपुर। धान खरीदी एक दिसंबर से की जायेगी यह भाजपा को रास नहीं आ रहा है। भाजपा नेताओं ने कहा है कि किसानों को भारी नुकसान होगा। जैसा कि उन्होने बताया प्रदेश में मुख्य रूप से महामाया और सरना दो किस्म के धान की खेती होती है। इसमें महामाया जहां 115 से 125 दिन में तैयार हो जाता है, वहीं सरना 130 से 145 का समय लेती है। प्रदेश में 15 जून से लेकर 30 जून तक फसल की बुवाई पूरी हो जाती है। ऐसे में हरहुना / महामाया धान की फसल की कटाई का काम जहां नवम्बर के पहले सप्ताह में पूरी हो जायेगी, वहीं सरना की कटाई भी पहले सप्ताह में ही शुरू हो जायेगी। अभी के हाल में नई धान खरीदी को लेकर भाजपा ने प्रमुख मांगें जो रखी है-
0 धान खरीदी हर हाल में एक नवंबर से प्रारंभ करे।
0 धान की पूरी कीमत का भुगतान एकमुश्त हो। पिछला बकाया भुगतान तुरंत हो।
0 केंद्र द्वारा एमएसपी में लगातार किये गए वृद्धि का लाभ किसानों को देना सुनिश्चित हो।
0 गिरदावरी के बहाने रकबा कटौती पर पूरी तरह रोक लगाए जाएं।
0 घोषणा पत्र में किये वादे अनुसार किसानों को दो वर्ष का बकाया बोनस दिया जाए।
