Tuesday, December 2

पंचायत चुनाव: पार्टी नेताओं के बीच चुनावी टकराव रोकने की तैयारी में भाजपा

पंचायत चुनाव: पार्टी नेताओं के बीच चुनावी टकराव रोकने की तैयारी में भाजपा


भोपाल
प्रदेश में तीन चरणों में होने वाले पंचायत चुनाव को भाजपा गंभीरता से ले रही है। इस चुनाव में पार्टी इस प्लानिंग के साथ कैंडिडेट उतारने पर फोकस कर रही है कि एक पंचायत, जनपद पंचायत या जिला पंचायत से ऐसे नेता उम्मीदवार न बन जाएं कि पार्टी का समर्थित कैंडिडेट चुनाव हार जाए। इसलिए मुख्य चुनाव की तर्ज पर समझाईश देकर दूसरे दावेदारों को रोकने का काम भी किया जाएगा ताकि जनपद और जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर पार्टी समर्थितों का दबदबा बना रहे।

 इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत और प्रदेश सह संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा की बीजेपी दफ्तर में बैठक हुई। इस बैठक में पंचायत चुनाव के लिए चुनाव संचालन समिति बनाने पर भी विचार विमर्श किया गया ताकि प्रथम और द्वितीय चरण के चुनावों को लेकर पार्टी समर्थित नेताओं की तैयारी पर फोकस किया जा सके।

जिलों से इस मामले में रिपोर्ट लेकर संगठन आवश्यक दिशा निर्देश देने का काम करेगा। संगठन का मानना है कि पंचायत सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने वाली महत्वपूर्ण इकाई है। संगठन से जुड़े कार्यकर्ता यहां निर्वाचित होंगे तो संगठन और सरकार की बातें गांवों में जल्दी और आसानी से पहुंच सकेंगी। इसीलिए इस मामले में गंभीरता से मंथन किया जा रहा है।

बीजेपी दफ्तर में शुक्रवार को हुई बैठकों में पार्टी के पितृपुरुष पंडित दीनदयाल और कुशाभाऊ ठाकरे की पुण्यतिथि के पहले आजीवन सहयोग निधि की राशि तय करने और एकत्र करने की रणनीति पर भी चर्चा बैठकों में हो रही है। इसके साथ ही जनजातीय विकास के मुद्दों पर भी चर्चा की गई। इस बैठक में अजजा मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ अजजा वर्ग के मंत्रियों को भी बैठक में बुलाया गया।

गौरतलब है कि राज्य सरकार आदिवासियों को रोजगार देने, पेसा एक्ट चरणबद्ध लागू करने के साथ आदिवासियों द्वारा बनाए जाने वाली हेरिटेज शराब की नीतियों को लेकर भी तैयारी कर रही है। यह बात मोर्चा और संगठन के माध्यम से आदिवासियों तक पहुंचाई जाना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *