जयपुर
देश में सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल राजस्थान में बिक रहा है। ज्यादा दामों में कारण राज्य में 273 पेट्रोल पम्प बंद हो गए। केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी कम कर लोगों को राहत दी तो 15 राज्य सरकारों ने वैट कम कर के पेट्रोल और डीजल सस्ता किया। लेकिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार वैट कम करने को तैयार नहीं है। राज्य के श्रीगंगानगर में सबसे ज्यादा 116.35 रुपए लीटर और डीजल 95.73 रुपए लीटर बिक रहा है। यहां स्पीड पेट्रोल 114.13 रूपए लीटर की दर से बेचा जा रहा है। इसी तरह जयपुर में पेट्रोल 111.10 रुपए लीटर और डीजल 95.71 रुपए लीटर बिक रहा है। राज्य में पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगई और महसचिव राजेंद्र सिंह भाटी का कहना है कि देश में सबसे महंगे पेट्रोल और डीजल राजस्थान में बिक रहा है। पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल सस्ता होने के कारण राज्य के पेट्रोल पम्प संचालकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इनका कहना है कि दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश में भाव कम होने के कारण उन राज्यों से आने वाले वाहन चालक वहीं से पेट्रोल और डीजल लेकर आते हैं । यही नही पड़ोसी राज्यों की सीमा के निकट रहने वाले राजस्थानी भी अपने वहां जाकर अपने वाहनों में पेट्रोल व डीजल लेते हैं। बिक्री नहीं होने के कारण सीमावर्ती जिलों के कई पेट्रोल पम्प बंद हो गए हैं । राज्य के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर, झुंझुनूं, भरतपुर जिलों में ज्यादा पेट्रोल पम्प बंद हुए हैं। भाटी ने कहा कि यदि वैट कम नहीं हुआ तो राज्य में 3 हजार से ज्यादा पेट्रोल पम्प बंद होने के कगार पर पहुंच जाएंगे।
इन राज्यों ने वैट कम किया
केंद्र सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी कम करने के बाद मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, गोवा, हरियाणा, असम, त्रिपुरा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, मणिपुर और सिक्कम ने वैट कम कर दिया है। लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वैट कम करने के स्थान पर केंद्र सरकार से ही केंद्र सरकार से और ज्यादा एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग की है। गहलोत का कहना है कि केंद्र सरकार ज्यादा एक्साइज ड्यूटी कम करेगी तो सभी राज्यों में पेट्रोल व डीजल के भाव कम हो जाएंगे । राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि उप चुनाव में हार के बाद भाजपा ने जनता के डर से एक्साइज ड्यृटी कम की है। खाचरियावास का कहना है कि वैट में मिलने वाले पैसे का उपयोग विकास कार्यो में होता है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यृटी कम करते हुए पेट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 रुपए कम किए हैं।