भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज जनजातीय समाज के प्रतिनिधियों से संवाद किया। इसके लिए भोपाल में के जनजातीय संग्रहालय में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री सुबह दस बजे जनजातीय संग्रहालय पहुंचे। यहा पहुंचने पर उनका आदिवासी पारपरिक तौर-तरीको से भावभीना स्वागत किया गया। इसके उपरांत मुुख्यमंत्री ने दीप पज्ज्वलन कर 'जनजातीय गौरव संवाद' नामक इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया और रानी दुर्गावती, शंकर शाह, बिरसा मुंडा, टंट्या भील, भीमा नायक और भारतमाता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस कार्यक्रम में जनजातीय समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति, कलाकार और विभिन्न् संस्थाओं के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने जनजातीय समाज की प्रतिष्ठित डॉ. रूप नारायण मांडवी, कालू सिंह मुजायदा, दीपमाला रावत, अशोक शरण को तुलसी का पौधा और शाल भेंट कर अभिनंदन किया।
इस अवसर पर जनजाति कार्य विभाग आयुक्त श्री संजीव सिंह ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के प्रसंग पर हम मध्यप्रदेश की उस जनजातीय शक्ति का स्मरण कर रहे हैं जिसने न केवल भारत के स्वाधीनता आंदोलन में अपने अदम्य साहस का परिचय दिया बल्कि प्रदेश और देश के विकास में महत्पू्र्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने जनजातीय समाज को संबोधित करते हुए कहा कि जनजातीय समाज को सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार का कर्तव्य है। आज हमने उन वीर सपूतों का माल्यार्पण किया जिन्होंने भारत माता के पैरों से परतंत्रता की बेड़ियां काटने के लिए अपना सब कुछ समर्पण कर दिया। रानी दुर्गावती हमारी प्रेरणा हैं जिन्होंने मुगलों से लोहा लिया। राजा रघुनाथ शाह-शंकर शाह ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया। भगवान बिरसा मुंडा जिनके नाम से ब्रिटेन तक कांप जाता था। समाज को शोषण से मुक्त करने के लिए और देश को परतंत्रता से मुक्ति दिलाने के लिए उन्होंने सब कुछ समर्पण कर दिया। हमारे टंट्या भील और भीमा नायक के चरणों में प्रणाम करता हूं। हमनेे तय किया है कि प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में सर्वसुविधा युक्त सीएम राइज स्कूल खोले जाएंगे। इन स्कूलों में गणित, विज्ञान के अच्छे शिक्षक होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती 15 नवंबर से 'राशन आपके द्वार' योजना को हम प्रारंभ करेंगे। राशन को पहुंचाने के लिए हमारे जनजातीय बेटों की गाड़ियां लगेंगी और उसको फाइनेंस की व्यवस्था सरकार कराएगी। एक योजना हमने शुरु की मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना। जिसका उद्देश्य ऐसे घर जिनमें एक से अधिक परिवार निवासरत हैं (परिवार मतलब पति-पत्नी एवं बच्चे) और यदि उनके पास रहने का कोई भू-खण्ड नहीं है तो उन्हें सरकार द्वारा नि:शुल्क प्लॉट उपलब्ध कराया जाएगा। हम सम्मान की गारंटी देंगे।
कला को और खिलने का मौका देंगे।
बीच में भर्तियां नहीं हो पाईं। हम एक साल में एक लाख भर्तियां करेंगे। वैकलाग खत्म करेंगे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने उद्यम क्रांति योजना लाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो करोड़ तक का कर्ज दिलाएंगे। ब्याज में छूट देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा समर्थ बनने की पहली सीढ़ी है। हमने योजना बनाकर तय किया कि हमारे जनजातीय बेटा-बेटी अगर जिला स्तर और संभागीय मुख्यालय पर किराए का कमरा लेकर पढ़ेंगे तो कमरे का किराया उन्हें नहीं भरना पड़ेगा, किराया सरकार भरेगी। हमारे जनजातीय भाई-बहनों के शैक्षणिक, आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। आदिवासी क्षेत्रों में अधोसरंचना के विकास का रोडमैप बनाया गया है। 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर जनजातीय गौरव दिवस पूरे मध्यप्रदेश में धूमधाम से मनाया जाएगा
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मैं नशाबंदी का पक्षधर हूं। पर परंपराओं को मानना पड़ेगा। जनजातीय समुदाय में यह परंपरा है। उन्हें अपने उपयोग के लिए शराब बनाने से क्यों रोकना चाहिए। इसके लिए आबकारी नीति में संशोधन कर रहे हैं।