Wednesday, September 18

परिवार के चौथे सदस्य संजीव जोशी ने भी तोड़ा दम, मौत से पहले किये कई खुलासे

परिवार के चौथे सदस्य संजीव जोशी ने भी तोड़ा दम, मौत से पहले किये कई खुलासे


भोपाल
एक ही परिवार के पांच सदस्यों द्वारा जहर खाने से हुई मौतों में अब घर के मुखिया संजीव जोशी का नाम भी जुड़ गया है. रविवार को संजीव जोशी ने भी दम तोड़ दिया. अब केवल पत्नी अर्चना जोशी बची हैं. मौत से पहले संजीव ने कई खुलासे किये हैं. पुलिस को दिये बयान में संजीव जोशी ने बबली गैंग का जिक्र किया है. उसने बताया कि बबली गैंग के 3.70 लाख रुपये थे, जिसे लेकर आये दिन गाली-गलौज और ताने मारे जाते थे.

संजीव जोशी ने पुलिस को बताया कि पत्नी अर्चना जोशी ने सूदखोर बबली से कर्ज लिया. कर्ज की बात पत्नी ने कई माह तक नहीं बतायी. जब बबली गैंग को घर में रोज-रोज बैठते देखा, तो पत्नी से कारण पूछा. इसके बाद पत्नी ने सच्चाई बताई. पत्नी अर्चना ने उसे बताया कि बेटियों की पढ़ाई व अन्य खर्च के लिए कई किस्तों में 3.70 लाख रुपये बबली गैंग से ब्याज पर लिए हैं. अब वह घर आकर विवाद करती है.

संजीव ने कहा कि उसने बबली गैंग को 80,000 रुपये दिये थे और जल्द ही बाकी की रकम लौटाने का वायदा किया, लेकिन वह नहीं मानी. उल्टे बबली ने कहा कि यहा तो मात्र ब्याज है, मूलधन 3 लाख 70 हजार रुपये की रकम कहां है. संजीव जोशी ने बताया कि रकम न देने पर बबली रोजाना घर आकर ताने मारती थी और गाली-गलौज करती थी. यही नहीं पैसे की उगाही के लिए उसने रिश्तेदारों को भी भेजा और उनसे खूब गालियां सुनवायीं. बकौल संजीव, रोज-रोज गालियों और समाज की बदनामी से तंग आकर हमने आत्महत्या का कदम उठाया.

भोपाल के इस सुसाइड केस के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तरफ से बयान आया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सूदखोरों,साहूकारों द्वारा मनमाना ब्याज लिए जाने के कारण घटित कल की घटना ह्रदय विदारक और असहनीय है. सीएम चौहान ने इसे गंभीरता से लेते हुए अवैधानिक रूप से सूदखोरी का काम करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही सीएम शिवराज ने ये भी कहा कि बिना लाइसेंस ब्याज पर ऋण देने वाले सूदखोरों ने जिन गरीबों को ऋण दिए हैं, ऐसे 20 अगस्त तक के ऋण स्वत: माफ हो जाएंगे.

एक ओर सीएम शिवराज इस पूरे मामले में एक्शन में नजर आएं, वहीं उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद भी है. पूरे मामले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संज्ञान लेते हुए जोशी परिवार के लिए 2 लाख रुपए की सहायता राशि का चेक भिजवाया है. गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ये चेक लेकर अस्पताल पहुंची, जहां उन्होंने इलाजरत दंपती से मुलाकात की. उनका हाल-चाल जाना और चेक सौंपा. विधायक ने अस्पताल में भर्ती पीड़ितों के इलाज की जानकारी डॉक्टरों से भी ली.

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