मुंबई
शिवसेना ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए रोम, इटली की यात्रा के दौरान और अन्य राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात के दौरान मास्क नहीं पहनने पर कटाक्ष किया है। पार्टी के मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में कहा गया है कि पीएम मोदी ने अपनी विदेश यात्रा के दौरान मास्क नहीं पहना था, इसलिए देश में टीकाकरण की रफ्तार धीमी पड़ गई है। संपादकीय में कहा गया है 'जी20 समिट के दौरान मोदी को छोड़कर सभी देशों के नेताओं ने मास्क पहन रखा था। इस तरह घूम रहे मोदी अकेले थे। जब वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिले तो उन्होंने मास्क नहीं पहना था। इसकी बहुत आलोचना हुई है, लेकिन 'भक्तों' के लिए मोदी एक 'सुपर पावर' हैं। इसलिए वह कीटाणुओं और विषाणुओं से नहीं डरते। मोदी ने दुनिया को बिना मास्क के जीना दिखाया है।' संपादकीय में कहा गया है 'शिखर सम्मेलन से इतर मोदी और अन्य विश्व नेताओं ने रविवार को ट्रेवी फाउंटेन का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल ने कंधे से घूमाते हुए फव्वारे में एक सिस्का भी फेका। ऐसा माना जाता है कि यदि आप फव्वारे के पानी में अपने कंधे से घूमाते एक सिक्का फेंकते हैं, तो आप निश्चित रूप से रोम लौट आएंगे।' संपादकीय में टिप्पणी करते हुए लिखा गया है 'ट्रेवी फाउंटेन की तरह भारत में भी ऐसे कई फव्वारे और स्पॉट हैं। अगर यह अंधविश्वास है तो भी मोदी ने वहां जाकर पानी में एक सिक्का डाल दिया। उन्होंने क्या चाहा होगा? यह सब अंधविश्वास है लेकिन भारत में ऐसे लोग हैं जो मोदी पर अंध विश्वास रखते हैं।'
