भोपाल
प्रदेश भर में दो महीने के भीतर108 एंबुलेंस और जननी एक्सप्रेस की संख्या बढ़ने के साथ ही अन्य सुविधाएं भी बढ़ जाएंगी। इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने हाल ही में निविदा के तहत नई कंपनी का चयन किया है। छत्तीसगढ़ की जय अंबे एजेंसी सर्विस कंपनी को यह काम मिला है। खोली गई वित्तीय निविदा में सबसे कम खर्च पर वाहनों के संचालन के लिए तैयार होने की वजह से इस कंपनी को काम सौंपा गया है। अधिक से अधिक दो महीने के भीतर कंपनी को काम संभालने के लिए कहा गया है। हालांकि, कंपनी चाहे तो इसके पहले भी काम शुरू कर सकती है।
अभी 108 एंबुलेंस की संख्या 606 है। नई कंपनी के काम संभालने के बाद 1002 एंबुलेंस हो जाएंगी। इसी तरह से प्रसूताओं को अस्पताल पहुंचाने और घर छोड़ने के लिए चलने वाले जननी एक्सप्रेस वाहनों की संख्या भी 840 से बढ़कर 1050 हो जाएगी। इसका फायदा यह होगा कि लोगों को वाहन के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पांच साल पहले जेडएचएल कंपनी को इन वाहनों के संचालन की जिम्मेदारी दी गई थी। तब से लेकर आज तक वाहनों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है, जबकि जरूरतमंदों की संख्या बढ़ी है। इस कारण वाहन व्यस्त होने की स्थिति में लोगों को तुरंत सेवा नहीं मिल पाती थी।