खरगोन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं। इसलिए तो प्रदेश की जनता ने उनको मामा नाम दिया है। इसी बीच मध्य प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल ने सीएम के बारे में सनसनीखेज खुलासा किया है। मंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान मंच से कहा कि टंट्या मामा का पुनर्जन्म मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मामा शिवराज सिंह चौहान के रूप में हुआ है। इतना ही नहीं पटेल ने इसके पीछे कुछ तर्क भी दिए हैं।
दरअसल, खरगोन जिले के भीकनगांव में सोमवार को जननायक टंट्या मामा की "क्रांतिसूर्य गौरव यात्रा" का स्वागत किया गया। जिसमें एमपी सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल शामिल हुए थे। इस दौरान मंत्री आदिवासियों के लिए कई ऐलान भी किए। साथ ही टंट्या मामा के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित कर टंट्या मामा के परिवार की चौथी पीढ़ी के सदस्यों का सम्मान किया।
कमल पटेल ने खुले मंच से कहा कि सीएम शिवराज को टंट्या मामा के पुनर्जन्म हैं। क्योंकि हमारी संस्कृति में यह माना जाता है कि पुनर्जन्म होता है। उन्होंने कहा कि एक क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा थे और दूसरे हमारे मामा शिवराज सिंह हैं। क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा का जन्म 1842 में भीकनगांव के एक आदिवासी पर में हुआ था। जो 47 साल की उम्र में देश के लिए शहीद हो गए। फिर उन्हीं के अवतार में दूसरे मामा शिवराज सिंह चौहान का जन्म हुआ।
इतना ही नहीं मंत्री जी ने दोनों के बीच कुछ सामानताएं भी बताईं। कमले पटेल ने कहा कि टंट्या मामा भी दुबले-पतले थे। ठीक उसी तरह हमारे मुख्यमंत्री भी दुबले-पतले हैं। उनको भी मामा कहते थे और शिवराज को भी मामा इसलिए ही कहते हैं। टंट्या मामा भी कन्याओं का विवाह कराते थे ,हमारे मामा भी कन्याओं का विवाह कराते हैं। टंट्या मामा बड़े लोगों को लूट कर गरीबों में बांट देते थे, लेकिन हमारे मामा लूट नहीं रहे हैं बल्कि बड़े लोगों पर टैक्स लगाकर उसे गरीबों में बांटते है।