Monday, March 27

पिछले 266 दिनों में सबसे कम कोरोना के मामले आये सामने

पिछले 266 दिनों में सबसे कम कोरोना के मामले आये सामने


नई दिल्ली
तमाम आशंकाओं के बीच भारत में कोरोना के मामलों का दिनोंदिन घटना जारी है। पिछले 24 घंटे में देश के अंदर कोरोना वायरस के कुल 10 हजार 126 नए केस आए हैं जो कि पिछले 266 दिनों में सबसे निचले स्तर पर हैं। वहीं, अब भारत में कोरोना के इलाजरत मरीजों का आंकड़ा भी 263 दिनों के न्यूनतम स्तर पर आ गया है।

ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब कोरोना के सिर्फ 1 लाख 40 हजार 638 एक्टिव मरीज ही रह गए हैं, जो पिछले 263 दिनों में सबसे कम हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक दिन में कोरोना के 332 मरीजों ने दम तोड़ा है। इसके बाद देश में अब तक कोरोना से हुई कुल मौतों का आंकड़ा 4 लाख 61 हजार 389 तक पहुंच गया है।

वहीं, मंगलवार सुबह तक के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वैक्सीन की कुल 1 अरब 9 करोड़ 08 लाख 16 हजार 356 डोज दी जा चुकी हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक दिन में कोरोना के 332 मरीजों ने दम तोड़ा है। इसके बाद देश में अब तक कोरोना से हुई कुल मौतों का आंकड़ा 4 लाख 61 हजार 389 तक पहुंच गया है।

वहीं, मंगलवार सुबह तक के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वैक्सीन की कुल 1 अरब 9 करोड़ 08 लाख 16 हजार 356 डोज दी जा चुकी हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 332 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,61,389 हो गई। देश में लगातार 32 दिनों से कोविड-19 के दैनिक मामले 20 हजार से कम हैं और 135 दिन से 50 हजार से कम नए दैनिक मामले सामने आ रहे हैं।

एक्टिव केस की संख्या घटकर 1,40,638 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.41 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटे में एक्टिव केस की संख्या में 2,188 की कमी दर्ज की गई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.25 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है।

देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

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