कोलकाता
तृणमूल कांग्रेस ने अपने निकाय चुनाव के उम्मीदवारों को हिंसा और बाहुबल का सहारा लेने से दूर रहने की कड़ी चेतावनी दी है। पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है, कि जो लोग फरमान का उल्लंघन करते पाए जाएंगे उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा। बता दें कि इस साल हुए विधानसभा चुनावों में बंगाल में बहुत हिंसा देखने को मिली थी। जिस लेकर ममता सरकार की काफी आलोचना हुई थी।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आज टीएमसी के सभी 144 उम्मीदवारों की एक बंद कमरे में बैठक ली। बैठक के बाद टीएमसी के उम्मीदवार तारक सिंह ने कहा, हमारे नेता अभिषेक बनर्जी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पार्टी केएमसी चुनावों के दौरान बाहुबल या हिंसा के इस्तेमाल को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर कोई पार्टी के आदेश का उल्लंघन करता है, तो शीर्ष नेतृत्व से उसकी नजदीकी और उसके कद की परवाह किये बिना उसे पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा।
बता दें कि, 144 वार्डों वाले कोलकाता नगर निगम के लिए 19 दिसंबर को मतदान होगा। टीएमसी के वरिष्ठ नेता और शहर के पूर्व मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा कि पिछले दस वर्षों में किए गए विकास कार्यों को देखते हुए पार्टी को लोगों का जनादेश मिलने का भरोसा है। उन्होंने कहा, "अगर कोई बाहुबल की रणनीति का इस्तेमाल करता पाया जाता है, तो उसे सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। वार्ड संख्या 82 से उम्मीदवार हकीम ने कहा, बैठक के दौरान बनर्जी ने जोर देकर कहा कि हमें लोगों के फैसले का सम्मान करना चाहिए। टीएमसी लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बनाए रखने में विश्वास करती है। पार्टी की ओर से यह चेतावनी टीएमसी के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय के उस बयान के बाद आई है। जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी आगामी निकाय चुनावों के दौरान उम्मीदवारों द्वारा किसी भी प्रकार की हिंसा को स्वीकार नहीं करेगी क्योंकि उसे 2018 की पंचायत चुनाव के दौरान भारी कीमत चुकानी पड़ी थी।