लंदन
ट्विटर के सीईओ और को-फाउंडर जैक डोर्सी ने अपना पद छोड़ दिया है. उन्होंने ईमेल के जरिये अपनी टीम को यह सूचना दी है. जैक डोर्सी ने अपने मेल में लिखा है कि यह सही समय है कि वे अपना पद छोड़ दें. उन्होंने लिखा है कि 16 वर्षों का यह सफर बहुत ही अच्छा रहा जहां मैंने कंपनी के सह संस्थापक से सीईओ तक का सफर तय किया और अब समय आ गया है कि मैं अपना पद छोड़ दूं.
जैक डोर्सी ने लिखा है कि ऐसा माना जाता है जिन्होंने कंपनी को स्थापित किया है वही इसे लीड भी करें, लेकिन हमेशा यह सच और उचित नहीं होता. मुझे ऐसा लगता है कि कई बार इससे कंपनी को नुकसान होता है. मैं आपको बताना चाहता हूं आज से मेरी जगह पर कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल होंगे.
पराग अग्रवाल मेरी पहली पसंद हैं और उन्होंने कंपनी का हमेशा विपरीत परिस्थितियों में साथ दिया है. वे आज से ही मेरी जगह पर कंपनी के सीईओ होंगे. मैं अभी बोर्ड में रहूंगा ताकि पराग को इस बदलाव में मदद कर सकूं. अगले साल मई या फिर उससे अधिक भी मैं बोर्ड में रह सकता हूं. पराग ने एक इंजीनियर के तौर पर हमारे यहां शुरुआत की थी और आज वे सीईओ हैं.
मैं आज अपने फैसले पर खुश हूं. हालांकि मैं दुखी भी हूं क्योंकि यह मेरे लिए कठिन निर्णय था क्योंकि मैं अपने काम से प्यार करता हूं. लेकिन यह मेरा अपना निर्णय है और मैं इससे संतुष्ट हूं. मुझे पूरी उम्मीद है कि आप मेरे इस निर्णय का स्वागत करेंगे. मैं आपसब से बहुत प्यार करता हूं.
कौन हैं पराग अग्रवाल
पराग अग्रवाल (पीकू) एक भारतीय-अमेरिकी हैं. इन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और आईआईटी बंबई से इंजीनियरिंग की डिग्री ली है. वे ट्विटर के सीईओ बनाये गये हैं. इससे पहले वे ट्विटर की तकनीकी रणनीति, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, उपभोक्ता, राजस्व और विज्ञान टीमों का कामकाज देखते थे.
कुछ देर पहले सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली थी कि जैक डोर्सीं अपना पद छोड़ सकते हैं. इस संबंध में सीएनबीसी ने सूचना दी थी. कुछ देर बाद ही एएनआई न्यूज के हवाले से यह सूचना मिली कि जैक डोर्सी ने अपना पद छोड़ दिया. 45 वर्षीय जैक डोर्सी इस वक्त ट्विटर और स्क्वायर दोनों कंपनियों के सीईओ के रूप में कार्य कर रहे थे.