बिलासपुर
ख्याति प्राप्त नामी कंपनी फास्ट्रेक की घडिय़ां और चश्मों के नकली माल बेचे जाने के आरोप में पुलिस ने कंपनी के अधिकारी की शिकायत पर दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से इस नामी कंपनी की घडियां और चश्में बरादमद किये।
प्राप्त समाचारों के अनुसार 20 अक्टूबर को गुरूवार को फास्ट्रैक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के जांच अधिकारी मयंक शर्मा ने सिटी कोतवाली थाना पहुंचकर लिखित में शिकायत करते हुए पुलिस को बताया कि कृष्णा ट्रेडर्स वृंदावन परिसर तेलीपारा तथा आरएस ट्रेडर्स वृंदावन परिसर तेलीपारा के संचालक अपने दुकान में फास्ट्रेक, टाइटन कंपनी के नकली घड़ी एवं चश्मों को असली बताकर बेच रहे है। शिकायत पर कोतवाली पुलिस द्वारा तस्दीक हेतु कृष्णा ट्रेडर्स के संचालक सिंधी कालोनी निवासी 40 वर्षीय संदीप बजाज के दुकान की जांच की गई। इस दौरान ईआईपीआर के जांच अधिकारी मयंक शर्मा ने फास्टट्रैक तथा टाइटन कंम्पनी के नकली उत्पादों को चिन्हित कर 270 नग घड़ी निकली जो हुबहू कंपनी की असली घडिय़ों की तरह दिखाई दे रही थी।
इन नकली घड़ी की कीमत लगभग 17 हजार 550 एवं 21 नग टाइटन कंपनी के चश्मे जैसे दिखने वाले 945 कीमती चश्में बरामद किये। नकली उत्पादों को रखने एवं बिक्री करने के आरोप में अनुज्ञा पत्र पेश करने का नोटिस दिया गया है। मौके पर धारा इन 51,63 कॉपीराइट एक्ट के अंतर्गत मुताबिक जप्त किया गया। इसके बाद क्र.स्. ट्रेडर्स की दुकान में पहुंचा जहां पर मनोज नेवदानी पिता धनराज नेवदानी उम्र 36 साल निवासी अर्चना विहार रोड नेहरू नगर मिला, जो अपने आपको कृष्णा ट्रेडर्स दुकान का संचालक बताया। यहां जांच अधिकारी मयंक शर्मा ने फास्ट्रेक कंपनी के जैसा दिखने वाला कुल 142 नकली हाथ घड़ी कीमती लगभग 9 हजार 230 रुपए को जप्त कर थाना लाया गया। इसके खिलाफ भी धारा 51,63 कॉपीराइट एक्ट के तहत कार्यवाही की गई।