लखनऊ
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंगलवार को आरोप लगाया कि जातिवादी मानसिकता के कारण केंद्र सरकार जातिवार जनगणना की मांग की अनदेखी कर रही है और उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में मुसलमानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही और उनमें डर पैदा कर रही है।
मंगलवार को बसपा के लखनऊ कार्यालय में पार्टी के ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग), मुस्लिम और जाट समाज के मुख्य और मंडल सेक्टर स्तर के वरिष्ठ पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक के बाद मायावती ने जातिवार जनगणना का समर्थन करते हुए पत्रकारों से कहा कि ओबीसी समाज की जातिवार जनगणना कराने की मांग से बसपा पूरी तौर से सहमत है, जिसे केंद्र सरकार द्वारा जातिवादी मानसिकता के चलते नजरअंदाज किया जा रहा है।
मायावती ने यह बैठक उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित 86 विधानसभा सीटों में मुस्लिमों और जाट समुदाय को जोड़ने के लिए पार्टी पदाधिकारियों द्वारा चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा के लिए बुलाई थी। उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पर मुसलमानों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाते हुए कहा, ''भाजपा की प्रदेश सरकार से मुस्लिम समाज दुखी है और इनकी तरक्की बंद है। उन्होंने कहा, ''ज्यादातर फर्जी मुकदमों में फंसाकर इनका (मुसलमानों का) उत्पीड़न किया जा रहा है और नए-नए नियमों के तहत इनमें काफी दहशत पैदा की जा रही है, जो ये सब मेरी सरकार में कतई नहीं हुआ है, ये बात भी सर्वविदित है।''