भोपाल
भोपाल जिले के ग्रामीण इलाकों में पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। इस चुनाव के लिए आज शाम तक वोटर लिस्ट फाइनल कर दी जाएगी। चूंकि यह चुनाव 2014 के आरक्षण के आधार पर हो रहे हैं, इसलिए अधिकांशत: पुराने चेहरे ही मैदान में होंगे। इससे उन लोगों को निराशा हाथ लगी है, जो नए आरक्षण के हिसाब से चुनाव की तैयारियों में लगे थे। चूंकि यह आरक्षण कांग्रेस सरकार में हुआ था इसलिए वर्तमान भाजपा सरकार ने उसे रद्द करते हुए पुराने आरक्षण (2014) को लागू किया है। जिले में जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायतों के चुनाव को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस संबंध में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने एक बैठक भी बुलाई है, जिसमें इस चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।
भोपाल जिले में बीते दिनों शासन के आदेश पर करीब 10 पंचायतों का परिसीमन समाप्त किया गया है। ऐसे में इनके मतदाताओं को इनकी पूर्व पंचायतों में जोड़ा जा रहा है। पूर्व की स्थिति में फंदा में 77 और बैरसिया में 110 पंचायतें ही रह गईं हैं। गौरतलब है कि भोपाल जिले में छह जनवरी को पहले चरण में ही चुनाव संपन्न होंगे।
जिला पंचायत के दस वार्डों के आरक्षण में वार्ड-एक अनुसूचित जाति (महिला), वार्ड-2, 3 और 8 अनारक्षित (मुक्त), वार्ड-4 और 5 अन्य पिछड़ा वर्ग (महिला), वार्ड-6 और 10 अनारक्षित महिला, वार्ड-7 अन्य पिछड़ा वर्ग (मुक्त) और वार्ड-9 अनुसूचित जाति (मुक्त) के लिए आरक्षित किया गया है।
जनपद पंचायत फंदा के वार्ड-एक और दो अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित, वार्ड- 3, 9 और 10 अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए, वार्ड-4, 5, 12, 14, 15 और 20 अनारक्षित मुक्त, वार्ड-6 और 11 अनुसूचित जाति मुक्त, वार्ड-7, 8, 13 और 16 अनारक्षित महिला, वार्ड-17 और 19 अन्य पिछड़ा वर्ग मुक्त और वार्ड-18 अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित की गई है।
बैरसिया जनपद वार्ड-1, 3 और 12 अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, वार्ड-2, 6 और 13 अनुसूचित जाति (मुक्त), वार्ड-4, 5, 15, 19, 23 और 25 अनारक्षित, वार्ड-7, 8 और 16 अन्य पिछड़ा वर्ग (मुक्त) के लिए आरक्षित की गई है।